महापर्व छठ पूजा को लेकर अब बिहार में पहली बार चलेगी पूजा स्पेशल बस!

बिहार का सबसे बड़ा व आस्था का महापर्व कहा जाने वाला छठ पूजा में महज कुछ ही दिन शेष रह गए हैं. इसको लेकर तैयारी भी जोड़ों पर है. बिहार के कई जिलों में सामग्री मिलने लगी है. आपको बता दें कि अन्य राज्यों में रहने वाले लोग इस पर्व में अपने घर जरूर पहुंचते हैं. रेलवे प्रशासन तो इसको लेकर तैयार है ही, लेकिन इस वर्ष पहली बार परिवहन निगम भी अपनी तैयारी शुरू कर दी है. दरअसल परिवहन निगम के अधिकारी पवन शांडिल से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि यह पहली बार होगा, जब हम लोग पूजा स्पेशल बस चलाने जा रहे हैं. इसको लेकर रेलवे के अधिकारियों से बात भी की गई है.

Covid-19 scare: Buses not to ply in Bihar till March 31 | Patna News - Times of India

भागलपुर प्रमंडल में तीन जगह से चलेगी बस
उन्होंने बताया कि हमलोग भागलपुर प्रमंडल में तीन जगह से बस चलाएंगे. भागलपुर, मुंगेर व जमुई से चलाने की तैयारी कर रहे हैं. इसको लेकर एडीआरएम को भी पत्र लिखा गया है. हमलोग स्टेशन अधीक्षक से भी बातचीत किए हैं कि हमलोगों को बस के ठहराव के लिए जगह दी जाए. ताकी रेल से आने वाले यात्रियों को उनके गंतव्य स्थान तक एक रियायत दर पर पहुंचा सकें. आपको बता दें किराए में कोई बदलाव नहीं किया गया है. लेकिन प्राइवेट बसों के मुकाबले सरकारी बसों का किराया कम होता है. खासकर भागलपुर में उतरने वाले यात्रियों को देखा गया है कि अधिक पूर्णिया व किशनगंज जाते हैं.

मनमाना किराया देने से मिलेगी राहत
इसको लेकर कई बार प्राइवेट बस अपना मनमाना किराया वसूलते हैं. जिससे यात्रियों को जाने में परेशानी भी होती है. लेकिन सरकारी बसों का किराया तय रहता है. इसलिए रियायत दर पर उसे अपने गंतव्य स्थान तक पहुंचाया जा सकेगा. वही मुंगेर से जाने वाले यात्रियों को भी गंतव्य स्थान तक छोड़ा जाएगा. वहीं जमुई से जाने वाले यात्रियों को भी अपने गंतव्य स्थान तक छोड़ा जाएगा. यह व्यवस्था परिवहन विभाग पहली बार कर रहा है. जिससे छठ में आने वाले यात्रियों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा. उन्होंने बताया कि हम लोग लगातार इसको लेकर प्रयास कर रहे हैं.

Leave a Reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

Discover more from Muzaffarpur News

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading