बिहार : भारत में गुरुवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 594 नए मामले दर्ज किए गए, जिससे उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 2,669 हो गई, जो इससे एक दिन पहले 2,331 थी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा गुरुवार सुबह आठ बजे अपडेट किए गए आंकड़ों के अनुसार, देश में कोविड-19 के कुल मामलों की संख्या 4.50 करोड़ (4,50,06,572) हो गई. वहीं छह मरीजों की मौत के बाद मृतकों की संख्या 5,33,327 हो गई, जिसमें केरल में तीन, कर्नाटक में दो और पंजाब में एक मरीज की जान चली गई. आंकड़ों के अनुसार, इस बीमारी से उबरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 4,44,70,576 हो गयी है और स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 98.81 प्रतिशत है. संक्रमण से जान गंवाने की दर 1.19 फीसदी है. मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, देश में अभी तक कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के तहत 220.67 करोड़ खुराक दी गयी हैं.
कर्नाटक ने वायनाड सीमा पर परीक्षण तेज
ऐसे में कर्नाटक के वायनाड बॉर्डर पर फोकस करते हुए निरीक्षण तेज कर दिया गया है. कर्नाटक में पिछले सोमवार से मास्क अनिवार्य कर दिया गया. इसके अलावा 60 वर्ष से अधिक आयु के सभी नागरिकों और हृदय रोग सहित अन्य बीमारियों का इलाज चाहने वालों को मास्क का उपयोग करने की भी सलाह दी जाती है. वहीं दूसरी ओर तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में बुखार अस्पताल के अधीक्षक डॉ. शंकर ने कहा कि यदि कोरोना के मामले बढ़ते हैं तो वे पीड़ितों को चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि उन्होंने राज्य के कुछ हिस्सों में कोविड मामलों की बाढ़ के मद्देनजर अपने चिकित्सा कर्मचारियों को सतर्क कर दिया है.

बुधवार को पता चला कि बुखार अस्पताल में परीक्षण किए गए, संदिग्धों में से एक में Covid-19 के लक्षण थे. खैरताबाद और चिंतलबस्ती के शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से यहां लाए गए नमूनों की जांच के बाद पता चला कि तीन और में कोरोना के लक्षण हैं. आरएमओ डॉ. जयलक्ष्मी, डिप्टी आरएमओ डॉ. चन्द्रशेखर, फार्मेसी प्रभारी जलीगामा अशोक समेत विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने बुधवार को कोविड समन्वय समिति की बैठक की. बैठक के बाद डॉ. शंकर बोले ने कहा कि वार्ड-7 में एक विशेष आइसोलेशन सेंटर तैयार किया जा रहा है. संदिग्धों की जांच के लिए आरटीपीसीआर और रैपिड किट भी उपलब्ध कराए गए हैं. लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है. यदि उन्हें बुखार, खांसी, गले में खराश, सिरदर्द, नाक बहना, सांस लेने में कठिनाई आदि है, तो उन्हें तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेने की सलाह दी जाती है.