पटना. कुछ दिन पहले ही आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता शक्ति यादव ने प्रेस वार्ता कर बयान दिया था कि पिछले पंद्रह महीने में जितनी नौकरी बिहार में दी गई है उतनी कभी नहीं दी गई और ये सब तब से हुआ जब से नीतीश कुमार की अगुवाई में तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार की सरकार बनी है. आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता के इस बयान के बाद जदयू के वरिष्ठ मंत्री अशोक चौधरी का बड़ा बयान आया है, जिससे साफ साफ झलकता है कि जदयू को आरजेडी की ये बातें ठीक नहीं लगी हैं। /

अशोक चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार बिहार के पथ प्रदर्शक रहे हैं. उनकी दूरदर्शिता से ही प्रदेश आगे बढ़ा है. जहां तक नौकरी और रोजगार का सवाल है, गठबंधन किसी का भी रहता है लेकिन, नीतियों का निर्धारण और उसे जमीन पर उतारने का काम नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही किया जाता है.
अशोक चौधरी जोर देकर कहते हैं कि सात निश्चय पार्ट 2 में नीतीश जी ने स्पष्ट तौर पर कहा था हम दस लाख नौकरी और दस लाख रोजगार देंगे और जो रोजगार दिया जा रहा है ये उसी का हिस्सा है. हमारे साथ जो भी आते हैं उन्हें नीतीश कुमार के पदचिह्नों पर ही चलना पड़ता है. हर फैसले का निर्णय करने का काम धन उपलब्ध करने का काम सहित बाकी काम भी नीतीश जी ही करते हैं, इसमें कोई बहस नहीं है. आरजेडी के नेता क्या कहते हैं, इससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ता है.

वहीं, अशोक चौधरी के इस बयान पर शक्ति यादव नपे तुले अंदाज में जवाब देते हुए कहते हैं कि ये बात तो सत्य है न कि 15 महीने के अंदर सरकारी नौकरियां मिलीं. नीतीश जी के नेतृत्व में तेजस्वी जी जो लगातार जोर देकर कह रहे थे, वह स्थापित होता दिखा. हमने पंद्रह महीने में जो किया उसकी तुलना हमने दस वर्ष से किया इसमें गलत क्या कहा?