प्रदेश के साढ़े तीन लाख नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने हेतु 26 फरवरी से 13 मार्च तक आनलाइन परीक्षा होगी। इसमें 150 प्रश्न पूछे जाएंगे, जो बहुविकल्पीय होंगे। प्रत्येक प्रश्न एक अंक का होगा। ढाई घंटे की परीक्षा होगी। निगेटिव मार्किंग नहीं होगी।

परीक्षा का विषय राज्य के प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक कक्षाओं के लिए निर्धारित पाठ्यक्रम अनुसार पढ़ाये जाने वाले सभी विषय होंगे। इस संबंध में शिक्षा विभाग की ओर से दिशा-निर्देश जारी किया गया।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव की ओर से जारी निर्देश में कहा गया है कि कक्षा 1 से 5 तक के शिक्षकों के लिए 150 प्रश्न पूछे जाएंगे जिनमें भाग-1 (भाषा) से 30, भाग-2 (सामान्य अध्ययन) से 40 और भाग-3 (सामान्य विषय) से 80 प्रश्न होंगे। कक्षा 6 से 8, कक्षा 9 से 10 और 11 से 12 तक के शिक्षकों के लिए भाग-एक (भाषा) से 30, भाग-2 (सामान्य अध्ययन) से 40 और भाग-3 (संबंधित विषय) से 80 प्रश्न पूछे जाएंगे। सभी कोटि के अभ्यर्थियों को परीक्षा शुल्क 11 सौ रुपये देना होगा।

सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा 16 जुलाई 2007 को जारी संकल्प संख्या-2374 के अनुरूप सक्षमता परीक्षा का उत्तीर्णांक तय है। इसके मुताबिक सामान्य वर्ग के लिए 40 प्रतिशत, पिछड़ा वर्ग के लिए 36.5 प्रतिशत, पिछड़ा वर्ग एनेक्श्चर-1 के लिए 34 प्रतिशत, अुनसूचित जाति व जनजाति के अभ्यर्थी, दिव्यांग और महिला के लिए 32-32 प्रतिशत निर्धारित है। सफल अभ्यर्थियों को बिहार बोर्ड से उत्तीर्णता प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा।
शिक्षा विभाग के निर्देश के मुताबिक सक्षमता परीक्षा के लिए 1 से 15 फरवरी तक आनलाइन फार्म भरा जाएगा। 5 से 16 फरवरी तक शिक्षक अभ्यर्थी परीक्षा प्रवेश पत्र डाउन लोड कर सकेंगे।