फ्लोर टेस्ट को लेकर बिहार की राजनीति में हलचल, सभी दल सतर्क

पटनाः राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को 12 फरवरी के दिन अग्नि परीक्षा से गुजरना है. एनडीए नेताओं ने अपने पक्ष में 128 विधायक का समर्थन का दावा किया है, राज भवन में भी इतने विधायक के समर्थन का भरोसा दिलाया गया था. तब राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन नेताओं का शपथ ग्रहण समारोह हुआ था. अब जैसे-जैसे 12 फरवरी का दिन नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे राजनीतिक दलों की बेचैनी बढ़ रही है. अपने विधायकों को कैसे एकजुट किया जाए इसे लेकर कसरत की जा रही है.

विश्वास मत से पहले भाजपा का एक्शन प्लान

12 फरवरी से बजट सत्र की शुरुआत हो रही है और पहले दिन विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी के खिलाफ अविश्वास का नोटिस दिया गया है अगर अवध बिहारी चौधरी इस्तीफा नहीं देते हैं तो सदन के अंदर वोटिंग की नौबत आएगी और दोनों ओर से शक्ति प्रदर्शन किया जाएगा. विधायकों को एकजुट रखने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने तमाम विधायकों को बोधगया बुलाया है.

बीजेपी विधायकों का प्रशिक्षण शिविर

बोधगया में विधायकों को प्रशिक्षण शिविर में हिस्सा लेना है. दोपहर 1:30 बजे से प्रशिक्षण शिविर की शुरुआत होगी और दो दिनों तक चलेगी प्रशिक्षण शिविर के बाद विधायक फिर विश्वास मत के लिए पटना लौट जाएंगे. भारतीय जनता पार्टी प्रशिक्षण शिविर के बहाने विधायकों की उपस्थिति देखना चाहेगी. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा है कि हम विधायकों को हवाई जहाज में नहीं ले जा रहे हैं, वह प्रशिक्षण के लिए बोधगया जा रहे हैं.

विधायक की एकजुटता के लिए डिनर डिप्लोमेसी

उधर जदयू ने भी विधायकों को एकजुट रखने की फूल प्रूफ तैयारी की है. पार्टी ने डिनर डिप्लोमेसी को हथियार बनाया है. तमाम विधायक को दो दिनों तक डिनर में शामिल होना है. आज 12:30 बजे बिहार सरकार के मंत्री श्रवण कुमार के आवास पर लंच का आयोजन किया गया है, तो कल शाम मंत्री विजय चौधरी की आवास पर डिनर का आयोजन किया गया है. डिनर के बहाने विधायकों को एकजुट रखने की कोशिश की जाएगी.

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