बिहार में 11 सीटों पर एमएलसी चुनाव के लिए नॉमिनेशन आज से शुरू….

पटना : बिहार विधान परिषद में खाली होने वाले 11 सीटों पर आज से नॉमिनेशन शुरू हो जाएगा. 21 मार्च को चुनाव होगा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी का कार्यकाल भी पूरा हो रहा है. इसके अलावा खालीद अनवर, प्रेमचंद्र मिश्रा, मंगल पांडे, रामचंद्र पूर्वे, संतोष कुमार सुमन, सैयद शाहनवाज हुसैन, संजय पासवान, रामेश्वर महतो का भी कार्यकाल पूरा हो रहा है. वहीं, संजय झा का भी कार्यकाल मई में ही पूरा होगा. लेकिन संजय झा राज्य सभा के लिए चुने गए हैं तो उनकी सीट खाली हो गयी है. इस तरह कुल 11 सीटों पर 21 मार्च को चुनाव होगा. जिसके लिए आज से नॉमिनेशन शुरू हो गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 5 मार्च को नॉमिनेशन कर सकते हैं.

बिहार विधान परिषद चुनाव के लिए भाजपा खोलेगी अपने पत्‍ते, दिल्‍ली में बन रही है ये रणनीति - Bihar Vidhan Parishad Chunav 2022 BJP leaders joined a meet in Delhi to decideआज से नामांकन की प्रक्रिया शुरू

चुनाव आयोग की तरफ से बिहार की 11 विधान परिषद सीटों पर चुनाव की तिथि जो घोषित की गई थी उसमें 4 मार्च को नोटिफिकेशन जारी होकर नामंकन शुरू होगा. 11 मार्च नॉमिनेशन का अंतिम दिन है. जबकि 14 मार्च को नामांकन वापस लेने का अंतिम दिन है. वहीं, 21 मार्च को सुबह 9:00 बजे से 4:00 बजे तक वोटिंग होगी. 21 मार्च को ही काउंटिंग होगी और रिजल्ट की घोषणा हो जाएगी.

परिषद की 11 सीटों पर 21 को मतदान

5 मई को जिनका कार्यकाल पूरा हो रहा है उसमें बीजेपी से तीन सीट जिसमें मंगल पांडे, शाहनवाज हुसैन, संजय पासवान की है. जदयू से 4 सीट मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, संजय झा, रामेश्वर महतो और खालीद अनवर की है. आरजेडी से दो सीट पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और विधान विधान परिषद के उपाध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे का है. कांग्रेस से एक सीट प्रेमचंद्र मिश्रा का और एक सीट हम पार्टी मंत्री संतोष सुमन की है.

महागठबंधन के विधायकों की गुणा गणित समझें

बिहार विधानसभा में अभी 242 विधायक हैं. क्योंकि एक विधायक की सदस्यता समाप्त हो चुकी है, और महागठबंधन के पास 7 विधायकों के बागी होने के बाद 106 विधायक बचे हैं, जबकि विधान परिषद की एक सीट के लिए 22 विधायकों की जरूरत पड़ती है. इस हिसाब से 5 सीट के लिए 110 विधायकों की जरूरत है. ऐसे में पांचवें सीट के लिए केवल 18 विधायक ही बच रहे हैं. हालांकि AIMIM के एक विधायक महागठबंधन को समर्थन दे सकते हैं. लेकिन वो भी छठी सीट जीता नहीं सकते.

बागी विधायकों के मिलने से पावरफुल हुआ एनडीए

वहीं एनडीए के पास अब 135 विधायक हो चुके हैं. पहले 128 विधायक थे. ऐसे में एनडीए 5 सीट तो आसानी से निकाल लेगी, लेकिन छठे सीट के लिए एनडीए के पास केवल 18 विधायक ही बच रहे थे लेकिन बागी के कारण अब 135 विधायक हो चुके हैं, छठे विधायक के लिए अब 25 विधायक बच रहे हैं यानी जितनी विधायकों की जरूरत एक सीट के लिए है उससे अधिक विधायक एनडीए के पास हो गए हैं.

राजद और बीजेपी को 1-1 सीट का फायदा

ऐसे तो 21 मार्च को विधान परिषद के 11 सीटों पर चुनाव होना है. लेकिन यह तभी होगा जब 12वां उम्मीदवार मैदान में उतर जाए. अब आज से नॉमिनेशन शुरू हो गया है. नीतीश कुमार और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी नॉमिनेशन करेंगे यह तय है. ऐसे में किसी दल ने अपनी उम्मीदवार के नाम की घोषणा अभी तक कि नहीं है. लेकिन हम से संतोष सुमन का भी उम्मीदवार बनाए जाना तय है. क्योंकि NDA सरकार में मंत्री बने हैं और उनका कार्यकाल भी समाप्त हो रहा है. ऐसे एमएलसी चुनाव में जदयू को दो सीट का नुकसान हो रहा है. तो वही बीजेपी और राजद को एक-एक सीट का लाभ मिल रहा है.

Leave a Reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

Discover more from Muzaffarpur News

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading