प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को मुजफ्फरपुर से अप्रत्यक्ष तौर पर इस्लामाबाद को संदेश दिया और कहा कि अगर पाकिस्तान ने चूड़ियां नहीं पहनी हैं तो भारत पहना देगा. पीओके और उसकी राजधानी मुजफ्फराबाद में जिस तरह से बीते कुछ दिनों से हालात बदतर होते जा रहे हैं, उस लिहाज से पीएम मोदी का यह बयान काफी मायने रखता है.

पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर यानी पीओके बीते कुछ दिनों से उबल रहा है. पाकिस्तान से पीओके संभल नहीं रहा है और वहां की आवाम परेशान है. यही वजह है कि पीओके में बीते कुछ दिनों से गुस्साई आवाम महंगाई, बढ़ते बिजली बिलों और टैक्स के खिलाफ सड़क पर उतरी है और राजधानी मुजफ्फराबाद में लगातार विरोध प्रदर्शन कर रही. ऐसे में पीएम मोदी का पाकिस्तान को चूड़ियां पहनाने वाला बयान और अमित शाह-राजनाथ सिंह के पीओके वाले बयान भारत के अगले प्लान की ओर इशारा कर रहे हैं, जिसे जानकर पाकिस्तान भी सिहर उठेगा.

दरअसल, भारत शुरू से दावा करता रहा है कि पीओके भारत का हिस्सा है और उसे वापस लेकर रहेगा. मोदी सरकार के जितने भी टॉप मिनिस्टर्स हैं, चाहे वो अमित शाह हों या राजनाथ सिंह, लगातार पीओके पर अपना दावा कर रहे हैं और मुजफ्फराबाद की आवाम को अपने बयान से संदेश दे रहे हैं.

उनका दावा है कि पीओके को जबरन हासिल करने की जरूरत नहीं है, बल्कि जम्मू-कश्मीर में जिस तरह से खुशहाली लौटी है, उसे देखकर खुद पीओके की आवाम खुद भारत में शामिल होने की मांग करने लगेगी. हालांकि, अह इसकी बानगी भी दिखने लगी है. पीओके में सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद होने लगी है. पीओके में अब लगातार भारत में शामिल होने की मांग उठ रही है. ऐसे में पीएम मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह और जयशंकर का बयान काफी अहम है.
