राजधानी समेत आसपास इलाकों में आंशिक रूप से बादल छाए रहने के साथ मौसम में नरमी बना हुआ है। प्रदेश में अगले हफ्ते तक मौसम में विशेष बदलाव के आसार नहीं हैं। हीट वेव (लू) व भीषण गर्मी पर विराम लगा रहेगा।
हालांकि, अगले तीन से चार दिनों के दौरान प्रदेश के अधिकतम तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस की वृद्धि के आसार हैं।

मंगलवार को पटना व आसपास इलाकों में बादलों की आवाजाही बने होने के साथ उत्तरी भागों के सात जिलों के सुपौल, अररिया, किशनगंज, मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया और कटिहार में गरज-तड़क के साथ आंधी-पानी को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है।

मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, प्रदेश में प्री मानसून सीजन के दौरान इस प्रकार गतिविधियां बने होने के कारण काल वैशाखी का प्रभाव बने रहने की संभावना है। बीते 24 घंटों के दौरान उत्तरी भागों के अधिसंख्य भागों में वर्षा दर्ज की गई। सुपौल (राघोपुर) में सर्वाधिक वर्षा 52.1 मिमी दर्ज किया गया।

राजधानी का अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री गिरावट के साथ 35.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि, 39.6 डिग्री सेल्सियस के साथ बक्सर में प्रदेश का सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। डेहरी व शेखपुरा को छोड़कर पटना सहित शेष जिलों के अधिकतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई।

इन जगहों पर दर्ज हुई वर्षा
सुपौल के बीरपुर में 44.0 मिमी, अररिया के नरपतगंज में 42.2 मिमी, पूर्वी चंपारण के ढाका में 24.2 मिमी, अररिया के सिकटी में 20.4 मिमी, फारबिसगंज में 20.4 मिमी, दरभंगा के बेनीबाद में 20.0 मिमी, किशनगंज के ठाकुरगंज में 18.4 मिमी, रोहतास के दिनारा में 18.2 मिमी, किशनगंज के टेढागाछ में 14.8 मिमी, मधुबनी के झंझारपुर में 14.6 मिमी एवं पूर्णिया में 12.6 मिमी वर्षा दर्ज की गई। प्री मानसून के दौरान प्रदेश में अभी सामान्य से 21 फीसद अधिक वर्षा हुई है।



