मुजफ्फरपुर की शाही लीची जो देश-विदेश तक अपने स्वाद को लेकर मशहूर है. मुजफ्फरपुर की पहचान भी शाही लीची से होती है लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि इसको बेचने के लिए मुजफ्फरपुर में एक भी मार्केट उपलब्ध नहीं है. इससे व्यापारी और किसानों को काफी दिक्कत होती है. उन्हें दूर जाकर अपने फल को बेचना पड़ता है. कई साल से व्यापारी, किसान और लीची उत्पादक संघ ने शाही लीची के लिए एक खास मंडी की डिमांड की है. लेकिन सरकार के तरफ से अभी तो इस पर कुछ नहीं किया गया है.

बिहार लीची उत्पादक संघ के प्रदेश अध्यक्ष बच्चा प्रसाद सिंह ने बताया कि पिछले दो तीन साल से जब भी जिला बागवानी विकास समिति की बैठक हुई है जिसकी अध्यक्षता जिलाधिकारी करते है वहां हम लोगों ने इसकी कई बार मांग की है. मुजफ्फरपुर लीची के लिए विख्यात है तो यहां लीची के लिए एक खास मंडी होना चाहिए, क्योंकि बाजार समिति में खास लीची के लिए कोई भी जगह प्रोवाइड नहीं की गई है. इससे डीएम, एसडीएम को कई बार अवगत कराया जा चुका है.

व्यापारियों ने जमाया कब्जा
अगर मुजफ्फरपुर में लीची का एक अपना खास बाजार होगा तो उससे काफी सहूलियत होगी, किसान और व्यापारी यही लीची लाएंगे और सही से माल बिकेगा. अभी मंडी न होने से किसान और व्यापारियों को हाजीपुर रोड स्थित गौरल के पास एक मंडी है वहां माल आता और वहां से सब खरीद कर ले जाते हैं. बच्चा प्रसाद सिंह ने आगे बताया कि इसको लेकर जिला प्रशासन भी कुछ सुनने को तैयार नहीं है. एसडीओ पूर्वी उस कमेटी के चेयरमैन है इसके बावजूद कुछ नहीं हो रहा है. साथ ही जो जगह है उसे बड़े-बड़े फल के व्यापारी कब्जा करके बैठे हुए हैं.


