अब गंगा नदी में ले सकेंगे वाटर स्पोर्ट्स का मजा, घाटों पर मिलेंगी ये सुविधाएं

पटना: गंगा नदी में जल्द ही वाटर स्पोर्ट्स की शुरुआत होगी। साथ ही गंगा तट पर जिम, योगा सेंटर, फूड कोर्ट, पार्क बनाकर पर्यटक स्थल के तौर पर इसे विकसित किया जाएगा। इसके लिए डीएम सह जिला गंगा समिति के अध्यक्ष डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने पर्यटन विभाग के पदाधिकारियों को योजना बनाने के निर्देश दिए हैं।

पटना: लॉकडाउन भी नहीं कर पाया कमाल, साफ नहीं हुई गंगा नदी - corona virus  lockdown patna ganga river pollution tstk - AajTak

गुरुवार को वे डीम कार्यालय में जिला गंगा समिति की बैठक में गंगा से जुड़ी योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में पर्यटन, मत्स्य, जीविका, कृषि, वन समेत कई विभागों के पदाधिकारी मौजूद थे। डीएम ने गंगा व सहायक नदियों के उत्थान, संरक्षण एवं अविरलता के लिए विभागों और स्टेकहोल्डर्स को सजग, तत्पर एवं प्रतिबद्ध रहने के निर्देश दिए। कहा कि नमामि गंगे कार्यक्रम के अंतर्गत अर्थ गंगा कार्यक्रम को धरातल पर लाने की आवश्यकता है। इसके लिए सभी विभागों के पदाधिकारियों को अपनी-अपनी योजनाओं का सफलतापूर्वक संचालन करना होगा। बैठक में डीडीसी तनय सुल्तानिया द्वारा एजेंडावार प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। डीएम द्वारा वन, बुडको, कृषि, पर्यटन, नगर निकाय, ग्रामीण विकास, नेहरू युवा केन्द्र, शिक्षा, स्वास्थ्य, जीविका सहित विभिन्न विभागों के जिला-स्तरीय पदाधिकारियों के साथ समीक्षा की गई।

डीएम ने कहा कि गंगा के किनारे ईको टूरिज्म को प्रोत्साहित करना, पर्यावरण एवं जैव विविधता संरक्षण, सतत विकास एवं आम जनता के जीविकोपार्जन के अवसरों में वृद्धि के लिए समिति से संबद्ध सभी विभागों के पदाधिकारियों को आपस में समन्वय स्थापित कर सतत प्रयत्नशील रहना होगा। जिला गंगा समिति अंतर्गत सभी पांच स्तम्भों निर्मल गंगा, अविरल गंगा, जन गंगा, ज्ञान गंगा एवं अर्थ गंगा के तहत दायित्वों का अक्षरश पालन करने का निर्देश दिया गया।

सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट को शीघ्र पूर्ण करने का आदेश

बुडको को सभी निर्माणाधीन, पूर्ण और अपूर्ण सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट को शीघ्र पूरा करने के लिए कहा गया। बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद की ओर से गंगा नदी के जल की गुणवत्ता में सुधार के आंकड़ों का प्रेषण, वन विभाग द्वारा आर्द्र भूमि संरक्षण, वनीकरण एवं जैव विविधता संरक्षण में किए जा रहे सभी कार्यों का उत्कृष्ट क्रियान्वयन करने का निर्देश दिया गया। इसके साथ ही जन गंगा कार्यक्रम अंतर्गत जन-जागरूकता, प्रभात फेरी, रैली, गंगा मैराथन, गंगा क्वीज, दीवार लेखन, नारा प्रतियोगिता, कैच द रेन (वर्षा जल संग्रहण), गंगा आरती का नियमित आयोजन कराने को कहा गया है।

 

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