डीईओ ने गुरुवार को फारबिसगंज प्रखंड के शिक्षा सेवक व तालीमी मरकज एवं बीआरसी के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में यह बात स्पष्ट कर दी गई कि एग्जाम पास नहीं करने वाले टोला सेवक हटाए जाएंगे। बैठक में डीईओ ने डीपीओ को निर्देश दिया कि सभी बीआरसी में प्रमाणित कर उपस्थिति पंजी उपलब्ध कराएं, ताकि सभी शिक्षा सेवक उक्त पंजी पर ही अपना हस्ताक्षर दर्ज करें। ये लोग मार्गदर्शिका के अनुसार काम करेंगे।

‘जिन शिक्षा सेवकों का परफॉर्मेंस बेहतर नहीं होगा…’
उन्होंने साफ कहा कि जिन शिक्षा सेवक का परफॉर्मेंस बेहतर नहीं होगा उन्हें सेवा मुक्त किया जाएगा। डीईओ ने बैठक में कहा कि जुलाई में हमलोग एग्जाम लेंगे। जो टोला सेवक पास नहीं करेंगे उसे हटाया जाएगा। डीईओ ने कहा कि एग्जाम के माध्यम से यह जानने का प्रयास करेंगे कि वह बच्चों और महिलाओं को कैसे और क्या पढ़ते हैं? मीटिंग में तय किया गया कि सभी शिक्षा सेवक, तालीमी मरकज हर माह की तीन तारीख तक उपस्थिति विवरणी केआरपी के पास जमा करेंगे। इसके बाद केआरपी का दायित्व होगा कि वह जिला कार्यालय में उपस्थिति विवरणी जमा करें।

डीपीओ स्थापना रवि रंजन ने क्या कहा?
डीपीओ स्थापना रवि रंजन ने कहा कि सभी शिक्षा सेवक-तालीमी मरकज अपने दायित्वों का ईमानदारी से निर्वहन करें। अगर कोई समस्या है तो उन्हें सूचित करें। महिलाओं और बच्चों के केंद्र संचालन में किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि जो शिक्षा सेवक काम नहीं करेंगे उन्हें दूसरा काम तलाशना होगा। मौके पर डीईओ, डीपीओ, एसआरपी सहित केआरपी उर्मिला देवी, प्रखंड के सभी तालीमी मरकज व शिक्षा सेवक मौजूद थे।








