मुजफ्फरपुर : जिले के एसकेएमसीएच स्थित अहिल्या राम प्रवेश पगधूली स्कूल में सरला श्रीवास सामाजिक सांस्कृतिक शोध संस्थान द्वारा राम प्रवेश पंडित के स्मृति को याद कर जश्न के रुप में मनाया गया। जिसकी अध्यक्षता विमलेश किंकर पूर्व प्राचार्य सुरसंड सीतामढ़ी के द्वारा की गई। जहां अध्यक्षीय संबोधन में विमलेश किंकर ने कहा कि पूर्वजों की आत्मा हमारे आसपास विचरण करती रहती हैं। श्रद्धा और आस्था के साथ हम अपने पुरखों को पूर्वजों को याद कर व सम्मान देकर स्वयं सम्मानित होते हैं।

यदि हम चाहते है की कोई हमें याद करे,सम्मान दे तो हमें भी अपने पुरखों को याद करना व सम्मान देना होगा। आगे सरला श्रीवास सामाजिक सांस्कृतिक शोध संस्थान के संयोजक कठपुतली कलाकार सुनील सरला ने बताया कि संस्कृति,आचार – विचार और इतिहास का सही बोध कराने एवं बच्चों तथा युवाओं के बीच आत्मिक विकास के लिए “पुरखा पुरनिया संवाद सह सम्मान कार्यक्रम” मुजफ्फरपुर के विभिन्न स्थलों पर चलाया जा रहा हैं।

इस अवसर पर मुख्य रूप से विमलेश किंकर,अश्वनी कुमार, समस्तीपुर, कठपुतली कलाकार सुनील सरला,राजीव साह, अनील कुमार ठाकुर, माया देवी, उदय कुमार निरंजन ने अपने विचार रखे। धन्यवाद ज्ञापन अहिल्या राम प्रवेश पगधूली स्कूल के संचालक कवि/कलाकार अभय कुमार द्वारा किया गया।

वहीं अभय कुमार ने बताया कि ऋतु बदले बदले दिनचर्या बिसरूं न तुमको माता पिता, हृदय आंगन में तुम ही बसों सदा, गुरुओं के गुरु माता पिता। जिनका हम अंश हैं उस वंश में रहकर अपने पुरखों को याद करना हमे शांति पहुंचता हैं। आभार व्यक्त करने की भावना से हमारे भीतर सकारात्मकता का भाव पैदा होता है। हमें कुछ समय भावनात्मक होकर अपने पुरखों को याद जरूर करना चाहिए जिसके कारण हम इस संसार में हैं।





