बिहार के दरभंगा जिले के लोगों के साथ-साथ अब गोपालगंज जिले के लोगों को भी डबल इंजन की सरकार बड़ा तोहफा देने जा रही है. दरअसल दरभंगा एम्स का शिलान्यास करने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को दरभंगा पहुंचने वाले हैं. वहीं, बिहार में दरभंगा में एम्स के बाद बाद गोपालगंज में भी मेडिकल कॉलेज के निर्माण का रास्ता साफ हो चुका है. इसको लेकर काम भी शुरू हो गया है.

जानकारी के अनुसार बिहार कैबिनेट से मेडिकल कॉलेज निर्माण की मंजूरी मिलने के बाद आज बीएमसी आईसीएल पटना के महाप्रबंधक राममोहन सिंह, जीएम प्रमोद कुमार के साथ बिल्डिंग निर्माण टीम गोपालगंज पहुंची. मेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए थावे प्रखंड के चनावे गांव में 25 एकड़ जमीन का चयन किया गया है. एडीएम आशीष कुमार सिन्हा के साथ बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन टीम ने स्थल का निरीक्षण किया. कृषि फार्म की जमीन से एनओसी मिलने के बाद मेडिकल कॉलेज के निर्माण का काम भी शुरू हो जाएगा.

लोगों को मिलेगी राहत
डीएम प्रशांत कुमार सीएच मेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए लगातार मॉनीटरिंग भी कर रहे हैं. बता दें कि गोपालगंज के सांसद डॉ आलोक कुमार सुमन ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पहल कर मेडिकल कॉलेज निर्माण की मांग की थी. गोपालगंज में मेडिकल कॉलेज के बन जाने से सदर अस्पताल से पीएमसीएच पटना और मेडिकल कॉलेज गोरखपुर के लिए रेफर होने वाले मरीजों की संख्या में कमी आएगी और समय पर इलाज मिलने से लोगों की जान भी बच जाएगी.

750 बेड का होगा दरभंगा एम्स
बता दें, 750 बेड वाले दरभंगा एम्स के निर्माण से अब न सिर्फ मिथिलांचल बल्कि आसपास के कई राज्य और पड़ोसी देश नेपाल को भी काफी फायदा मिलने वाला है, क्योंकि जिस जगह पर एम्स निर्माण हो रहा है वहां बिना किसी जाम में फंसे आसपास के जिले राज्य और पड़ोसी देश नेपाल के लोग सीधे तौर पर इस से फायदा उठा सकते हैं.
