पटना: कैग की रिपोर्ट में स्वास्थ्य विभाग से संबंधित कई खुलासे किए गए हैं. डॉक्टरों की कमी से लेकर स्वास्थ्य विभाग के बजट की राशि खर्च नहीं करने की जानकारी भी दी गई है. शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन इस मुद्दे को लेकर विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा.

‘मैं सदन छोड़ दूंगा’- शकील अहमद
कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान ने कहा कि नीति आयोग ने बिहार को फिसड्डी बताया था. अब कैग की रिपोर्ट में भी स्वास्थ्य विभाग की स्थिति के बारे में बताया गया है. मैं तो दावे के साथ कह सकता हूं कि किसी भी विभाग में 70% से अधिक राशि खर्च नहीं हो रही है. यदि राशि खर्च हुई हो तो मैं सदन छोड़ दूंगा.

कैग की रिपोर्ट में खुली स्वास्थ्य विभाग की पोल
बता दें कि वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के मानक के अनुसार बिहार में डॉक्टर नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ की काफी कमी है. 1000 मरीजों पर एक डॉक्टर होना चाहिए लेकिन अभी 2000 मरीजों से अधिक पर एक डॉक्टर है. दवा से लेकर एंबुलेंस और उन चीजों में भी कई तरह की अनियमितता की बात कही गई है.

नीतीश कुमार की यात्रा पर शकील अहमद का तंज
वहीं कांग्रेस विधायक ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की यात्रा को लेकर भी तंज कसा है. नीतीश कुमार 15 दिसंबर से बिहार भ्रमण पर निकल रहे हैं और इस बार वह गांव तक जाएंगे. महिलाओं से भी संवाद करेंगे, इसको लेकर कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद ने कहा कि मुख्यमंत्री हर साल बिहार दौरे पर निकलते हैं. उस दौरान जो शिकायतें उन्हें मिलती है, उसका निराकरण नहीं कर पाते हैं.

‘बिहार सरकार की योजना फेल’
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यात्रा करते हैं लेकिन विभागों द्वारा शिकायतों का निष्पादन नहीं किया जाता, जो कि गलत है. अधिकारियों के साथ वह बिहार भ्रमण करते हैं. जमीनी स्तर पर क्या कुछ हो रहा है इसका अधिकारी उन्हें पता ही नहीं चलने देते हैं. शकील अहमद ने कहा कि बिहार की आबादी 13 करोड़ है अगर योजना का लाभ मात्र 1300 लोगों को मिल रहा है, इसका मतलब साफ है कि बिहार सरकार की योजना पूरी तरह से फेल है.

नीतीश को दिया सुझाव
साथ शकील अहमद ने नीतीश कुमार को एक सुझाव देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री से अनुरोध करेंगे कि वह लोगों के बातों को सुने आम जनता से मिले और पता करने की कोशिश करें कि सरकारी योजना का कितना लाभ लोगों को मिल रहा है. यात्रा के दौरान ऑन द स्पॉट समस्याओं का निराकरण भी करें.