शब-ए-बारात को लेकर देर शाम मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मजारों एवं कब्रिस्तानों पर जाकर रात भर जागकर इबादत की।


इस मौके पर मजारों व दरगाहों को रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया गया।


जहां बच्चों व युवाओं ने आतिशबाजी भी की. ऐसा कहा जाता है कि शब-ए-बारात की रात अल्लाह की रहमत बरसती है. इस दिन सभी रात भर जागकर कुरान की चर्चा करते हैं, अल्लाह से गुनाहों की माफी मांगते हैं।
