मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले और उत्तर बिहार से 200 से अधिक ट्रक गायब हैं. ऐसे में भाड़ा पर लेकर ट्रकों को गायब करने वाले सिंडिकेट पर कार्रवाई के लिए डीआईजी चंदन कुशवाहा ने एसआईटी का गठन किया है. एसआईटी मुजफ्फरपुर, वैशाली और सीतामढ़ी में दर्ज मामलों में आगे की छानबीन करने के साथ अधूरी कार्रवाई को पूरा करेगी.

बिहार से गायब हुए 200 से अधिक ट्रक
मुजफ्फरपुर के सदर थाना, कुड़नी थाना, मनियारी थाना, सरया थाना में 80 से अधिक केस दर्ज कराए गए हैं. सीतामढ़ी और वैशाली में भी इसको लेकर केस दर्ज किए गए हैं. मुजफ्फरपुर पुलिस ने सत्येंद्र सिंह और नरेंद्र सिंह को रिमांड पर लेकर पूछताछ भी की थी.

जांच के लिए SIT गठित
इसमें कई राज्यों में फैले बड़े रैकेट का खुलासा हुआ था, लेकिन, अलग-अलग थाना, जिला व राज्यों से जुड़ाव के कारण पुलिस कार्रवाई में विलंब हो रहा था. इसे देखते हुए डीआईजी ने अब रेंज स्तर पर एसआईटी बनाई है.

दूसरे राज्यों से जुड़े तार
एसआईटी मुजफ्फरपुर सिटी एसपी विश्वजीत दयाल के नेतृत्व में काम करेगी. रेंज की एसआईटी होने से किसी भी राज्य में कार्रवाई के लिए जाने में टीम को आदेश लेने में भी आसानी होगी. तिरहुत रेंज डीआईजी ने कहा है कि कई राज्यों में फैले हुए इस नेटवर्क पर कार्रवाई में परेशानी आ रही थी.

2023 में छत्तीसगढ़ से 30 ट्रक बरामद
गिरोह ने ट्रकों के फर्जी कागजात बनाकर अलग-अलग राज्यों में बेच दिए. ट्रक की पहचान न हो, इसके लिए छत्तीसगढ़ में उनका रंगरोगन व बॉडी में बदलाव भी किया जाता था. मामले में छत्तीसगढ़ पुलिस ने वर्ष 2023 में बड़ी कार्रवाई की थी. 30 से अधिक ट्रकों को बरामद करने के साथ 10 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था.

संदेह के घेरे में ट्रांसपोर्टर और विभाग कर्मी
ट्रक गायब करने वाले गिरोह का सरगना मुजफ्फरपुर का सत्येंद्र सिंह और पटना का नरेंद्र सिंह है. रैकेट में मुजफ्फरपुर, पटना, झारखंड, यूपी व छत्तीसगढ़ के कई ट्रांसपोर्टर व विभाग के कर्मी शामिल हैं.