बिहार विधानसभा चुनाव से पहले नीतीश कैबिनेट का विस्तार किया जा रहा है. चर्चा है कि 6 नए मंत्री आज ही पटना राजभवन में पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे. हालांकि अभी तक कोई भी नेता खुलकर बोलने से बच रहे हैं लेकिन सुबह में राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री के इस्तीफे के बाद इसकी संभावना बढ़ गई है कि आज ही मंत्रिमंडल विस्तार होगा.

6 मंत्री ले सकते हैं शपथ: चर्चा है कि मंत्रिमंडल में 5 से 6 नए मंत्रियों को जगह मिल सकती है. इनमें ज्यादातर मंत्री बीजेपी कोटे से ही बनेंगे. कैबिनेट विस्तार को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी के आवास और राजभवन में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है.

बीजेपी कोटे के मंत्रियों की लिस्ट तैयार: जानकारी के मुताबिक बीजेपी कोटे से बनने वाले मंत्रियों की सूची दिल्ली से आ चुकी है. कभी भी मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है. उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के आवास पर प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल के साथ मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा हो रही है. प्रदेश प्रभारी विनोद तावडे़ से भी दोनों नेता संपर्क में हैं.

कौन-कौन बन सकते हैं मंत्री?: बीजेपी कोटे से जिन नामों को लेकर चर्चा है, उनमें राजपूत जाति से जनक सिंह और राजू सिंह, भूमिहार जाति से और अरुणा देवी, अनिल शर्मा और देवकांत के नाम की चर्चा है. वहीं यादव जाति से नवल किशोर यादव और अति पिछड़ा समाज से विजय मंडल के नाम की चर्चा है.

दिलीप जायसवाल ने दिया मंत्री पद से इस्तीफा: वहीं, आज बिहार बीजेपी के अध्यक्ष और राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री दिलीप जायसवाल ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी में ‘एक व्यक्ति एक पद’ का सिद्धांत है. इसलिए मैंने मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने का निर्णय लिया है. वह बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बने रहेंगे.

कैबिनेट विस्तार पर क्या बोले?: इस दौरान जब पत्रकारों ने उनसे मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि यह तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का विशेषाधिकार है. सीएम जब चाहेंगे, तब कैबिनेट का विस्तार हो जाएगा.
कैबिनेट में 7 मंत्री पद खाली: आपको बताएं कि नीतीश कैबिनेट में अभी 30 मंत्री हैं, 6 मंत्री पद फिलहाल खाली है. दिलीप जायसवाल के इस्तीफे के बाद अब 7 मंत्रीपद खाली हो गए हैं. बीजेपी से 15, जेडीयू से 13, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा से एक और एक निर्दलीय विधायक सुमित सिंह मंत्री हैं. चिराग पासवान की पार्टी एलजेपीआर और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलएम के एक भी विधायक नहीं है. इसलिए दोनों दलों को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया है.