होली और जुमे की नमाज को लेकर मचे राजनीतिक घमासान के बीच उपेंद्र कुशवाहा ने त्योहारों पर दिया बड़ा बयान

राष्ट्रीय लोक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद उपेंद्र कुशवाहा ने रंग पर्व होली की बिहार और देश के लोगों को मुबारकबाद दी और कहा कि यह देश सबका है, सब साथ मिल कर मनाएं होली-रमज़ान।

पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और प्रवक्ता फ़ज़ल इमाम मल्लिक ने बयान जारी कर कहा कि रालोमो नेता उपेंद्र कुशवाहा ने होली पर लोगों से अमन, शांति, भाईचारा बनाए रखने की अपील की और कहा कि होली में एक-दूसरे के साथ रंग खेलें लेकिन किसी के साथ जोर-जबर्दस्ती न करें।

उन्होंने लोगों को केमिकल रंगों से बचने की सलाह दी और कहा कि इसकी जगह प्राकृतिक रंगों या फूलों का इस्तेमाल लोग करें ताकि रंग-गुलाल खेलने वालों को किसी तरह का नुकसान न हो। उन्होंने कहा कि होली संयम के साथ खुशियां मनाने का पर्व है इसलिए सब लोग संयम और सादगी के साथ होली मनाएं.

मल्लिक के मुताबिक उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि पर्व-त्योहारों में किसी तरह की सियासत नहीं होनी चाहिए। होली और जुमा एक दिन होने पर उन्होंने कहा कि ऐसा पहली बार तो नहीं हुआ है। पहले भी होली के दौरान जुमा की नमाज पढ़ी जाती रही है और कहीं कोई हंगामा या विवाद नहीं हुआ।

उन्होंने कहा कि हमारे देश में समाज का जो तानाबाना है उस पर इस तरह की बातों से बहुत ज्यादा असर नहीं हो सकता है क्योंकि हमारा देश अनेकता में एकता का संदेश देता है। हमारे देश में हर तरह के लोग हैं, हर जाति, हर धर्म और हर आस्था के लोग हैं, उनकी राय अलग-अलग हो सकती है लेकिन राष्ट्रीय भावना सबके अंदर होती है इसलिए इस तानेबाने को एकाध लोग नहीं बिगाड़ सकते।

मल्लिक के मुताबिक कुशवाहा ने इस तरह के विवाद को फजूल बताते हुए कहा कि इससे न राष्ट्र का भला होगो, न राज्य का और न ही समाज का। उन्होंने कहा कि कुछ लोग सिर्फ सुर्खियों में रहने के लिए कुछ भी बोल देते हैं लेकिन हमारा समाज उनकी बातों को गंभीरता से नहीं लेता। उन्होंने साफ किया कि बिहार में नीतीश कुमार की अगुआई वाली सरकार इस तरह के मामलों को लेकर बहुत ही सख्त है और कोई भी अगर गड़बड़ी करने की कोशिश करेगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।

कुशवाहा ने धर्माचार्यों को भी सलाह दी कि वे धर्म के काम में लगे हैं अच्छी बात है, वे ऐसा करते रहें, सियासत का काम हम जैसे सियासी लोगों पर छोड़ दें। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि संविधान से ऊपर कोई नहीं है। हमारा संविधान कहता है कि सभी धर्मों के साथ सम्मान के साथ लोगों से पेश आना है, सभी धर्मों की इज्जत करनी है, सभी धर्मों का सह-अस्तित्व हिंदुस्तान में है, यही हमारे देश की खूबसूरती है और हमारी पार्टी चाहती है कि इसी रूप में हिंदुस्तान चलता रहे।

 

 

Leave a Reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

Discover more from Muzaffarpur News

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading