पटना: बिहार में मौसम फिर से करवट ले सकता है. मार्च महीने में पटना मौसम विभाग ने आंधी-बारिश की संभावना जताई है. 20-23 मार्च के दौरान पश्चिम और मध्य बिहार के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम स्तर की वर्षा का पूर्वानुमान है. 22 और 23 मार्च को आंधी और बिजली और ओला गिरने की संभावना है.


बिहार में बारिश का अलर्ट: मौसम विभाग द्वारा 22 से 23 मार्च के लिए जारी पूर्वानुमान में कहा है कि रोहतास, कैमूर, बक्सर, भोजपुर, पटना, जहानाबाद, नालंदा, शेखपुरा, लखीसराय, मुंगेर, भागलपुर, कटिहार, पूर्णिया, खगड़िया, मधेपुरा, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, अरवल, औरंगाबाद, गया, नवादा, जमुई और बांका में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने के साथ बारिश होने की प्रबल संभावना है. इसे लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है.

पटना मौसम विज्ञान केंद्र ने अपने पूर्वानुमान में बताया कि कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद, गया, अरवल और जहानाबाद जिले में 22 से 23 मार्च के दौरान ओलावृष्टि की प्रबल संभावना है. इससे फसल को नुकसान पहुंच सकता है.

आंधी-तूफान की संभावना: इधर, बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर ने मौसम संबंधी पूर्वानुमान जारी किया है. उसके मुताबिक 22 और 23 मार्च को आंधी और बिजली, तूफान की संभावना जताई गई है. 15 मार्च को खगड़िया में तापमान 39 डिग्री तक पहुंच गया था. इन दिनों सामान्य से 4-5 डिग्री सेल्सियस अधिक तापमान बना हुआ है. अब बिहार में बढ़ते तापमान से लोगों को राहत मिलने की उम्मीद दिख रही है.

पारा गिरने की संभावना: पटना मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, पूर्वोत्तर असम और आसपास के क्षेत्रों में समुद्र तल से 0.9 किलोमीटर ऊपर ऊपरी हवा में चक्रवाती संचरण बना हुआ है. पश्चिमी विक्षोभ दक्षिण-पूर्वी ईरान और उसके आसपास के क्षेत्रों में समुद्र तल से 3.1 और 9.6 किलोमीटर ऊपर चक्रवाती परिसंचरण के रूप में देखा जा रहा है. बारिश से कई इलाकों में पारा गिरने की संभावना है.
मार्च में क्यों गड़बड़ाया मौसम?: मौसम विभाग ने बताया है कि मार्च में बारिश होने का संबंध पश्चिमी विक्षोभ से है जो उत्तर-पश्चिम भारत में बारिश कराता है. IMD के वैज्ञानिकों के मुताबिक इस महीने अब तक चार बार पश्चिमी विक्षोभ उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों को प्रभावित कर चुके हैं.

फसलों के लिए ठीक नहीं: बिहार में कृषि विशेषज्ञों ने 10 अप्रैल तक मूंग और उड़द की बुवाई करने की सलाह दी है. इस बारिश से गेहूं, सरसों तथा सब्जियों की फसल और आम की फसल को भी इस बारिश से नुकसान होने की संभावना है. यह ना खेती के लिए ठीक है ना ही लोगों की सेहत के लिए.
किसान को एहतियात बरतने की सलाह: बिहार में मौसम के बिगड़ने वाले पूर्वानुमान के बीच मौसम विभाग ने किसान को एहतियात बरतने की सलाह दी है. अपने अलर्ट में मौसम विभाग ने बताया कि किसान भाईयों को यह सलाह दी जाती है कि अपने कटे तथा खुले स्थान में रखे हुए खरीफ एवं रबी फसल को सुरक्षित स्थान पर भण्डारण करने की व्यवस्था कर लें ताकि पानी और नमी से फसल का बचाव हो सके.