गोलक पासवान के घर से शुरू हुई आग ने पलभर में निगल लिया पूरा गांव
दीपक कुमार | मुज़फ्फरपुर |

बिहार के मुजफ्फरपुर ज़िले से एक हृदय विदारक हादसे की खबर सामने आई है। बुधवार की शाम बरियारपुर थाना क्षेत्र के रामपुर मनी पंचायत स्थित दलित बस्ती में अचानक लगी आग ने भयानक तबाही मचाई। इस भीषण अग्निकांड में अब तक 4 मासूम बच्चों समेत 5 लोगों की जलकर मौत हो चुकी है, जबकि 15 से अधिक बच्चे लापता बताए जा रहे हैं। घटना में 50 से अधिक झुग्गियां पूरी तरह जलकर खाक हो गई हैं।

शॉर्टकट सर्किट से लगी आग, तेज़ हवाओं ने बढ़ाई लपटें
प्राप्त जानकारी के अनुसार, गांव के निवासी गोलक पासवान के घर में अचानक शॉर्ट सर्किट हुआ, जिससे आग लगी। देखते ही देखते तेज हवा के कारण आग ने पूरी बस्ती को अपनी चपेट में ले लिया। स्थानीय निवासी और चश्मदीदों के अनुसार, इस हादसे में राजू पासवान के 12, 9 और 8 वर्षीय तीन बच्चों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।

“तेज़ लपटों में फँस गए मासूम, बाहर नहीं निकल सके”
मुज़फ्फरपुर जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने बताया, “गोलक पासवान के घर में शॉर्ट सर्किट से आग लगी थी। तेज हवाओं की वजह से आग झुग्गियों में फैल गई। बच्चे डर के मारे बाहर नहीं निकल पाए और चपेट में आ गए।”
चीख-पुकार से दहला गांव, ग्रामीणों में मातम
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और दमकल विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। इस दौरान पूरे गांव में अफरा-तफरी मच गई। पीड़ित अपने बच्चों की तलाश में दर-दर भटक रहे हैं। चार बच्चों के शव निकाल लिए गए हैं, जिन्हें पोस्टमार्टम के लिए SKMCH अस्पताल भेजा गया है।

गांव में पसरा मातम, प्रशासन कर रहा राहत कार्य
घटनास्थल पर मौजूद ग्रामीणों और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पूरी बस्ती मातम में डूबी हुई है। हर ओर रोते-बिलखते परिजन और झुलसी हुई आशाएँ नजर आ रही हैं। प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा है और मुआवजे की प्रक्रिया भी शुरू की जा रही है।
यह अग्निकांड न केवल सरकारी सतर्कता पर सवाल खड़ा करता है, बल्कि गरीब और झुग्गी बस्तियों में बिजली और सुरक्षा मानकों की बदहाली को भी उजागर करता है। मृतकों की आत्मा को शांति और पीड़ितों को न्याय दिलाना अब प्रशासन की सबसे बड़ी ज़िम्मेदारी है।



