शिवहर, बिहार: बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय से संबद्ध बिहार के दस कॉलेजों द्वारा शैक्षणिक सत्र 2024-28 में नामांकित छात्रों के प्रथम सेमेस्टर का रिजल्ट फिलहाल अधर में लटका हुआ है। इन कॉलेजों ने अब तक विश्वविद्यालय को इंटरनल और प्रैक्टिकल परीक्षा के अंक नहीं सौंपे हैं, जिसके कारण विश्वविद्यालय ने इन कॉलेजों के छात्रों का परीक्षाफल जारी नहीं किया है। जबकि अन्य सभी कॉलेजों के छात्रों का रिजल्ट पहले ही घोषित कर दिया गया है।

शिवहर ज़िले में सिर्फ एक कॉलेज – शिवहर डिग्री कॉलेज – होने के कारण पूरे जिले के छात्रों का भविष्य इस निर्णय से प्रभावित हो रहा है। इस गंभीर स्थिति पर छात्र संगठन जनसुराज के छात्र नेता आर्यन चौहान ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि “शिवहर डिग्री कॉलेज की व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है और यह अब शिक्षा का केंद्र न होकर राजनीति का अखाड़ा बन गया है।”

आर्यन ने कॉलेज के प्राचार्य की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए और कहा, “जब एक छोटे जिले में सिर्फ एक कॉलेज होने के बावजूद प्राचार्य कॉलेज की न्यूनतम शैक्षणिक और प्रशासनिक व्यवस्था बनाए रखने में असमर्थ हैं, तो उन्हें नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए।” उन्होंने आरोप लगाया कि अगर यही हाल रहा तो प्राचार्य अपने रिटायरमेंट तक कॉलेज को पूरी तरह बर्बाद कर देंगे।

आर्यन चौहान ने यह भी घोषणा की कि सोमवार को वे विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार से मुलाकात करेंगे और शिवहर डिग्री कॉलेज के छात्रों का परीक्षाफल शीघ्र जारी करने की मांग रखेंगे। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यदि उनकी मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे।

छात्रों का भविष्य इस समय कॉलेज प्रशासन की लापरवाही की भेंट चढ़ता दिख रहा है। समय रहते कदम नहीं उठाए गए तो यह संकट और गहराता जा सकता है।

