मुजफ्फरपुर। कोर्ट परिसर से एक बार फिर पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा हो गया है। कुख्यात अपराधी संतोष कुमार शुक्रवार को मुजफ्फरपुर कोर्ट परिसर से फरार हो गया। उसने चौंकाने वाले तरीके से अपने हाथ से हथकड़ी सरकाकर खुद को आज़ाद किया और पुलिस को चकमा देकर मौके से भाग निकला।

इस सनसनीखेज घटना के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। जानकारी के अनुसार, फरार आरोपी संतोष कुमार पर हत्या, लूट, फायरिंग जैसे गंभीर मामलों में विभिन्न थानों में कई आपराधिक केस दर्ज हैं।
पुलिस पर कर चुका है हमला, एनकाउंटर में लगी थी गोली
संतोष कुमार वही अपराधी है जिसे साल 2024 में पुलिस एनकाउंटर के दौरान पैर में गोली लगी थी। वह एनएच-57 पर राहगीरों से लूटपाट किया करता था। जब पुलिस टीम ने उसे पकड़ने की कोशिश की, तो उसने उन पर फायरिंग कर दी थी। इसके जवाब में पुलिस ने कार्रवाई की थी और संतोष तथा उसके साथी सचिन को गोली लगी थी। इलाज के बाद उसे एसकेएमसीएच से जेल भेजा गया था।
कोर्ट लाने की जिम्मेदारी में चूक
शुक्रवार को कोर्ट पेशी के लिए उसे हवलदार टुनटुन राम और एक सशस्त्र बल के साथ लाया गया था। इसी दौरान मौका पाकर उसने हथकड़ी सरकाई और भीड़ का फायदा उठाकर भाग निकला। हालांकि पुलिसकर्मियों ने उसका पीछा किया, लेकिन उसे पकड़ने में असफल रहे।

अधिकारी मौके पर, छापेमारी जारी
घटना के बाद डीएसपी टाउन 1 सुरेश कुमार दल-बल के साथ कोर्ट परिसर पहुंचे और पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि कैदी के फरार होने की सूचना मिली है और उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
लंबे समय से आपराधिक गतिविधियों में शामिल
संतोष कुमार पर अहियापुर थाना क्षेत्र में लूट और गोलीबारी के कई मामले दर्ज हैं।
मार्च 2024 में उसने मेडिकल ओवरब्रिज के पास एक निजी कंपनी के इंजीनियर को गोली मारकर बाइक लूट ली थी। हथौड़ी के सीएसपी केंद्र से लूट में भी उसकी संलिप्तता सामने आई थी। झपहा ओवरब्रिज के पास एक डॉक्टर की हत्या में भी उसका नाम सामने आ चुका है।
इन घटनाओं के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था। उसके पास से लूटी गई बाइक और मोबाइल भी बरामद किए गए थे।
अब सवालों के घेरे में पुलिस की निगरानी
इतनी लंबी आपराधिक पृष्ठभूमि वाले अपराधी को कोर्ट लाते समय सुरक्षा में लापरवाही ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना यह होगा कि फरार अपराधी को पुलिस कितनी जल्दी दोबारा पकड़ पाती है और जिम्मेदार पुलिसकर्मियों पर क्या कार्रवाई होती है।




