मुजफ्फरपुर। जिले में शराब तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत उत्पाद विभाग ने बड़ी सफलता हासिल की है। गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी करते हुए पुलिस ने विदेशी शराब से लदे दो ट्रकों को जब्त किया है। इस कार्रवाई में दो तस्करों को गिरफ्तार भी किया गया है। बरामद शराब की बाजार में कीमत करीब 80 लाख रुपए आंकी गई है।

ट्रकों में बने तहखाने में छिपाकर लाई गई थी शराब
उत्पाद विभाग को सूचना मिली थी कि उत्तर प्रदेश से लाई गई शराब की खेप रामदयालु क्षेत्र में खड़े ट्रकों में छिपाकर रखी गई है। सूचना मिलते ही एक विशेष टीम गठित कर तत्काल छापेमारी की गई। तलाशी के दौरान ट्रकों के अंदर तहखाना बना पाया गया, जिसमें विदेशी शराब के 730 कार्टन छिपाकर रखे गए थे।
गिरफ्तार तस्कर यूपी के निवासी
पकड़े गए तस्करों की पहचान उत्तर प्रदेश के हापुड़ निवासी शिवम कुमार और आकाश पवार के रूप में की गई है। दोनों से सघन पूछताछ की जा रही है, ताकि इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की भी पहचान की जा सके।

कांटी में भी छापा, मौके से तस्कर फरार
इसी कड़ी में कांटी थाना क्षेत्र के शुभंकरपुर में भी छापेमारी की गई, जहां एक अन्य ट्रक से शराब उतारी जा रही थी। पुलिस को देखते ही मौके पर मौजूद तस्कर फरार हो गए। पुलिस ने उन्हें पकड़ने की कोशिश की, लेकिन अंधेरे का फायदा उठाकर वे भागने में सफल रहे। यहां भी ट्रक में तहखाना बना पाया गया, जिसमें शराब छिपाकर रखी गई थी। ट्रक को जब्त कर थाने लाया गया है।
स्थानीय नेटवर्क पर भी नजर
उत्पाद थानाध्यक्ष दीपक कुमार ने बताया कि अब तक दो ट्रक, 730 कार्टन शराब और दो तस्कर पकड़े गए हैं। यह पूरी खेप उत्तर प्रदेश से लाई गई थी और स्थानीय तस्करों के माध्यम से इसे वितरित किया जाना था। स्थानीय नेटवर्क को खंगालने के लिए छापेमारी जारी है।

शराबबंदी के बावजूद धड़ल्ले से हो रही तस्करी
राज्य में शराबबंदी लागू होने के बावजूद, शराब तस्करी की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। इस कार्रवाई ने तस्करी के नए तरीकों को उजागर कर दिया है, जिसमें ट्रकों में तहखाना बनाकर शराब छिपाई जाती है। पुलिस अब इस पूरे नेटवर्क की जड़ तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।
यह कार्रवाई राज्य में शराब माफिया के खिलाफ चल रही मुहिम को एक नई दिशा देने वाली मानी जा रही है।


