MUZAFFARPUR : शराब तस्करी पर आईजी सख्त, विशेष रणनीति के तहत नई टीम गठित

MUZAFARPUR (ARUN KUMAR) : शराब तस्करों, कारोबारियों और शराब का अवैध भण्डारण करने वाले अब हो जाएं सावधान. तिरहुत प्रक्षेत्र के जोनल आईजी ने शराबबंदी कानून को प्रभावी रूप से लागु करने को लेकर टीम के गठन के साथ ही एक नई रणनीति तैयार की है. शराब बंदी कानून का सख्ती से अनुपालन कराने हेतु तिरहुत प्रक्षेत्र के जोनल आईजी ने मुजफ्फरपुर समेत तिरहुत प्रक्षेत्र के सभी वरीय पुलिस अधीक्षकों और पुलिस अधीक्षकों को पत्र लिखकर 21 मार्च को होली पर्व के अवसर पर शराब कारोबारियों द्वारा शराब आयात करने, हानिकारक पदार्थ युक्त जहरीली शराब को खपाने, अवैध भण्डारण करने की सम्भावना के मद्देनज़र कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किये हैं.
जोनल आईजी ने अवैध शराब, शराबियों, तस्करों-कारोबारियों और अवैध भण्डारण करने वालों पर नकेल कसने के साथ ही शराबबंदी कानून का प्रभावी रूप से अनुपालन करने हेतु कहा है की सम्बंधित जिलों के जिलाधिकारी के साथ समन्वय स्थापित कर सभी जिले में एसपी/एसएसपी के नेतृत्व में पुलिस विभाग, उत्पाद विभाग, पर्याप्त संख्या में पुलिस बल एवं मजिस्ट्रेट की टीम को शामिल करते हुए एक संयुक्त टीम का गठन किया जाये जो अवैध शराब निर्माण और भट्ठी की सूचना पर छापेमारी करते हुए उसे ध्वस्त करेगी. सभी जिलों के डीआईजी को निदेशित करते हुए कहा की वे प्रतिदिन इस अभियान का अनुश्रवण करेंगे.
जिलों के एसएसपी/एसपी अपने-अपने क्षेत्र की शराब तस्करी के संभावित मार्गों समेत सम्बंधित शहर के इंट्री पॉइंट को चिन्हित करते हुए सघन वाहन चेकिंग अभियान चलाते हुए शराब तस्करी में संलिप्त तस्कर-कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे. उन्होंने कहा की सम्बंधित नदियों के रास्ते भी शराब की तस्करी की सूचना व दियारा क्षेत्रों में टापू बन चुके कई स्थलों पर अवैध शराब निर्माण करने के सम्बन्ध में भी टीम को मुस्तैदी से नज़र रखने और निरंतर छापेमारी करते रहने के निदेश दिए. शराब छापेमारी के दौरान पुलिस बल की संख्या पर्याप्त मात्रा में होनी चाहिए. श्री खान ने मुजफ्फरपुर समेत वैशाली, छपरा, सिवान और गोपालगंज को अतिसंवेदनशील जिला बताते हुए कठोर पुलिस कार्रवाई की आवश्यकता जताई.
उन्होंने हैदराबाद से विशेष प्रशिक्षण प्राप्त कर आये श्वान दस्ता (ट्रेंड कुत्तों ) को टीम में सम्मिलित करने के निदेश देने के साथ कहा की सम्बंधित जिलों के वरीय पुलिस अधीक्षक और पुलिस अधीक्षक साप्ताहिक रोस्टर ड्यूटी निर्धारित करते हुए रोज़ाना रात्रि में टीम को चेक करेंगे और प्रतिदिन के कार्रवाई की जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराएँगे. जोनल आईजी ने सभी वरीय पदाधिकारियों, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों, पुलिस उपाधीक्षकों, पुलिस इंस्पेक्टरों एवं पुलिस केंद्र के पदाधिकारियों टीम के निरीक्षण और मुआयना करने के निर्देश देते हुए कहा की पदाधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे की व्यापक-यथोचित ढंग से जांच व तलाशी हो रही है या नहीं। उन्होंने दिए गए निर्देशों का सख्ती से अनुपालन करने से साथ ही कहा की किसी भी स्तर पर किसी भी कर्मी की शिथिलता या लापरवाही प्रकाश में आती है तो उनके विरूद्ध विभागीय कार्रवाई की जाएगी.
उन्होंने कहा है की होली पर्व में दूसरे राज्यों से तस्करी कर शराब की बिक्री, अवैध भण्डारण, शराब का सेवन और सुदूर ग्रामीण इलाकों में नकली शराब निर्माण और बिक्री की सम्भावना की सम्भावना अधिक रहेगी. होली पर्व के दौरान शराब निर्माण और शराब की आवक भी चरम पर होगी। होली पर्व में मांग पूरी करने के लिए शराब निर्माण के दौरान जहरीले पदार्थ के मिलावट के बाद इसके सेवन से कई लोगों की मौत होने और “हूज़ ट्रेजडी” की स्थिति उत्पन्न होने से भी इंकार नहीं किया जा सकता है. जोनल आईजी ने एक हादसे का हवाला देते हुए कहा की 17 अगस्त 2016 में गोपालगंज के खजूरबन्नी में और 24 नवम्बर 2017 को वैशाली जिला के बसौली में जहरीली शराब के सेवन से क्रमशः 18 एवं 04 लोगों की मौत हो गई थी. भविष्य में इस तरह के घटना की पुनरावृत्ति न हो सके, उसे ध्यान में रखते हुए यह फैसले लिए गए हैं.

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