
MUZAFFARPUR : “इस विषम परिस्थिति में लोग धर्य से काम ले। जिला प्रशासन मुश्किल घड़ी में आपके साथ है।” उक्त बात जिलाधिकारी ने आज मीडिया के साथ उन्मुखीकरण कार्यशाला में कही। उन्होंने कहा कि इस बीमारी पर नियंत्रण और बेहतर इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित करने के साथ-साथ जमीनी स्तर पर लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है।आज विभिन्न मीडिया हाउस के प्रतिनिधियों के साथ एईइस/जेई पर आधारित मीडिया उन्मुखीकरण कार्यक्रम समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में हुआ। कार्यक्रम में उपस्थित जिलाधिकारी ने ए ई एस,/जेई से संबंधित अधतन डेटा उपलब्ध कराते हुए उपस्थित मीडियाकर्मियों से अनुरोध किया कि इस विषम परिस्थिति में सबका सहयोग अपेक्षित है।

आपसी समन्वय और तालमेल के साथ कार्य करते हुए उक्त बीमारी के कहर को कम किया जा सकता है।उन्होंने सभी मीडिया हाउस से अनुरोध किया कि अपने अपने स्तर से भी जागरूकता कार्यक्रम चलाए ताकि अधिक से अधिक लोगो को जागरूक किया जा सके। इसके पूर्व इस कार्यशाला में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा उक्त बीमारी के लक्षण, बीमारी किसको हो सकती है, कब होती है,इसकी पहचान और इससे बचाव और रोकथाम कैसे हो,इस संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई।

वही इस कार्यशाला में उपस्थित मीडियाकर्मियों ने भी अपने अनुभवों को साझा किया तथा अपने महत्वपूर्ण विचार भी रखे। वही आज जिला प्रशासन ने जिले के पी डी एस डीलरों के साथ भी एक महत्वपूर्ण बैठक की । बैठक में उपस्थित सभी डीलर को निर्देश दिया गया कि वे अपने -अपने दुकानों के सामने एक वाहन जरूर रखे ताकि पेशेंट को निकट के सरकारी अस्पताल में पहुचाया जा सके। इसके लिए किसी भी तरह का शुल्क देय नही होगा बल्कि रोगी कल्याण समिति खर्च वहन करेगी।

उपचार निःशुल्क होगा।बैठक में बताया गया कि कोई भी व्यक्ति अपने निजी वाहन से भी पेशेंट को लाते है तो उसकी प्रतिपूर्ति रोगी कल्याण समिति हो करेगा। कल जिलाधिकारी द्वारा दिये गए निर्देश के आलोक में सभी ,चिकित्सा पदाधिकारी cdpo, आंगनवाड़ी सेविका ,सहायिका ,आशा और ए एन एम आदि सभी की जिम्मेदारियां तय कर दी गई थी। उसआलोक में आज सभी आंगनवाड़ी सेविका ,सहायिका अपने अपने पोषण क्षेत्र में न केवल बच्चो के स्वास्थ्य पर निगरानी रख रही है बल्कि पीड़ित को जल्द से जल्द प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भेजने में मदद भी कर रही है। सभी सेविका, सहायिका, LS ,ANM, ASHA. माता-पिता एवं परिजनों को इस बीमारी के लक्षण और इससे बचाव की भी जानकारी दे रही है।

साथ ही निर्देश के आलोक में स्वास्थ्य विभाग द्वारा ओ आर एस का पैकेट उपलब्ध कराया जा रहा है।साथ ही ओ आर एस बनाने की तकनीक की जानकारी भी सेविका और सहायिका द्वारा दी जा है।बीमारी के लक्षणों और उससे बचाव की जानकारी हैंडविल और पोस्टर के माध्यम से भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा आम लोगो तक पहुचाया जा रहा है। इसके साथ ही आज जिला परिषद की बैठक में भी उपस्थित अधिकारियों और सदस्यों को ए ई एस/जे ई के मद्देनजर उन्मुखीकरण किया गया और सबों से अनुरोध किया गया गया कि अधिक से अधिक लोगो को जागरूक किया जाए ताकि इस बीमारी का कहर कम हो सके।
