बजट में ज्यादा नमक और चीनी की मात्रा वाले उत्पादों पर टैक्स बढ़ सकता है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ हाल ही में हुई बैठक में सामाजिक क्षेत्र के प्रतिनिधियों ने यह सुझाव दिया।
बैठक के दौरान प्रतिनिधियों ने वित्त मंत्री से अधिक चीनी और नमक वाले उत्पादों पर कर बढ़ाने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि अधिक मीठी और नमकीन चीजें खाने से विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएं हो रही है। इसलिए इन वस्तुओं पर कर की दर अधिक होनी चाहिए।

इससे सरकार को ज्यादा राजस्व मिलेगा और लोग भी इन वस्तुओं को खाने से परहेज करेंगे। उन्होंने कहा कि स्वस्थ समाज के निर्माण के लिए ऐसा करना जरूरी है। इनमें चिप्स, नमकीन, कोल्डड्रिंक, केक, बिस्किट, डिब्बाबंद जूस, चॉकलेट जैसे तमाम उत्पाद शामिल हैं।
ग्रामीण इलाकों में गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों को अब भी पोषक आहार नहीं मिल पाता है। इसलिए इनके लिए भी विशेष प्रावधान जरूरी है।
