एक बड़ा की द’र्दना’क दु’र्घट’ना जो कि सहरसा में खौ’फनाक हा’दसा हुआ है. ट्रेन से उतरने के बाद दोबारा चलती ट्रेन में च’ढ़ने के दौ’रान फिसलकर पीजी की एक छात्रा ट्रेन की च’पेट में आ’कर उसने अपने दोनों पैर गं’वा बैठी। यह ख’तरनाक हा’दसा सहरसा जिले के कारु खिरहरि हॉ’ल्ट पर हुआ.

सहरसा में एक निजी अ’स्पताल में प्रा’थमिक इ’लाज किए जाने के बाद बे’हतर इ’लाज के लिए छात्रा को तु’रंत ही पटना रेफ’र कर दिया गया है। ज’हां छात्रा की हा’लत काफी गं’भीर बताई जा रही है। वर्तमान में शहर के पंचवटी चौक पर रहने वाली छात्रा मोनिका कुमारी का पै’तृक गांव भागलपुर जिले के नवगछिया था’ना क्षे’त्र का सोनवर्षा बिहपुर हैं.
उसके पिता मनोज सिंह एलआईसी अभि’कर्ता हैं। बीएनएमयू के अधीन मनोविज्ञान विषय से एमए की पढ़ाई करने के लिए युवती अपनी बहन के साथ मधेपुरा गई थी. मधेपुरा वापस लौटने के ‘दौ’रान कारू खिरहरि हाल्ट समीप ट्रेन रूकने पर नीचे उ’तरने के दौ’रान फिसल गई और ट्रेन की चपे’ट में आकर दोनों पैर गंवा बैठी। छात्रा की बहन ने बताया कि सहरसा जंक्शन पर ही उ’तरना था.





Input: Hindustan