आयकर विभाग ने फर्जी एनआरआई पर अपना शिकंजा कस दिया है, जो टैक्स बचाने के लिए विभाग को गलत जानकारी देते हैं। विभाग ऐसे लोगों का पता लगाकर नोटिस भेज रहे हैं।

विभाग जो नोटिस भेज रहा है, उनमें ऐसे लोगों के छह साल पुराने असेसमेंट को भी रि-ओपन किया जाएगा। ऐसे लोगों से विभाग पासपोर्ट की फोटोकॉपी को भी शेयर करने के लिए कहा है।
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ज्यादातर नागरिक टैक्स बचाने के लिए भारत और विदेश में बिताए गए समय को सावधानी से चुनते हैं। भारत के बाहर से कमाई करने पर एनआरआई से कोई टैक्स नहीं लगता है, जबकि रेजिडेंट को विश्व के अन्य देश से कमाई होने पर भारत में टैक्स देना पड़ता है।
