
MUZAFFARPUR (ARUN KUMAR) : स्टेट क्राईम रिकाॅर्ड ब्यूरो के डीआईजी राजीव रंजन ने मुज़फ़्फ़रपुर जोन के 10 जिलों के अधिकारियों के साथ स्थानीय एसएसपी कार्यालय में समीक्षा बैठक की. समीक्षा बैठक के दौरान जिले के वरीय पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार समेत प्रक्षेत्र के बगहा, पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, वैशाली, सारण, गोपालगंज, सीवान व मुजफ्फरपुर के पुलिस उपाधीक्षक और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी उपस्थित थे.

बैठक में एससीआरबी के डीआईजी राजीव रंजन ने उपस्थित पुलिस अधिकारियों के साथ सीसीटीएनएस सिस्टम के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुये कहा कि इस व्यवस्था के तहत देश के सभी थाने एक दूसरे से जुड़ेंगे और एक-दूसरे से जानकारी ले सकेंगे. पहले जो काम हफ्तों या महीनों में होते थे वे अब सिर्फ 2 या 3 दिनों में होंगे. उन्होंने कहा कि इस सिस्टम के आने के बाद आम इंसान अपने आप को पुलिस से करीब जुड़ा हुआ महसूस करेगा. पुलिस की सेवाएं भी इस सिस्टम के जरिए उसे मिलेंगी. सूबे की पुलिस इस सिस्टम के जरिए अपने आपको विकसित करते रहेंगे.

एससीआरबी के डीआईजी ने बताया कि सीसीटीएनएस परियोजना बिहार पुलिस के लिए बहुत महत्वकांक्षी परियोजना है, इस योजना के तहत सूबे की सभी थानाओं को सीसीटीएनएस प्रोजेक्ट से जोड़ा जा रहा है, जिससे थानों के सभी प्रकार के कार्य जैसे एफ’आईआर, के’स का अनुसंधान, केस डायरी, वा’रंट, कुर्की, अप’राध और अप’राधियों संबंधी आंकड़ों के संग्रह, भंडारण और साझेदारी के लिए नेटवर्क व्यवस्था सीसीटीएनएस के माध्यम से आॅनलाईन हो जायेंगे.

सीसीटीएनएस नेटवर्क और सहयोगी प्रौद्योगिकी द्वारा सभी जिलों के पुलिस थानों को जोड़ा जा रहा है. इससे सूचना मुहैया कराने और अप’राधियों की धरपकड़ में काफी मदद मिलेगी. उन्होंने कहा, ‘सीसीटीएनएस अप’राध पर लगाम लगाने में मदद करेगा।’ उन्होंने बैठक कर सीसीटीएनएस प्रणाली लागू करने की दिशा में मुज़फ़्फ़रपुर जोन के 10 जिलों में क्या प्रगति हुई है, और कहां अड़चनें आ रही हैं, इस के संबंध में बैठक कर कई महत्वपूर्ण बिंदुओ पर विस्तृत चर्चा की गयी.

उपस्थित पुलिस अधिकारियों को व्यवस्था लागू करने हेतु दिशा निर्देश देते हुये सामने आ रही परेशा’नी को चिन्हित कर अक्टूबर माह के अंत तक दूर करने के निदेश दिये, ताकि हर हाल में सीसीटीएनएस प्रणाली को नवंबर तक बिहार के सभी थानों में लागू किया जा सके.

इसके साथ डीआईजी राजीव रंजन ने क्रा’इम इन इंडिया के तहत प्रत्येक माह सभी जिलों के आ’पराधिक आंकडे इकट्ठा कर मुख्यालय भेजे जाते है, और मुख्यालय सभी जिलों के आ’पराधिक आंकडो़ं को अंकेक्षण कर नेशनल क्राईम रिकॉर्ड ब्यूरो में भेजता है ताकि क्रा’इम इन इंडिया के तहत राष्ट्रीय स्तर पर प्रकाशन हो सके. जोन के अधिकतर थानों द्वारा आ’पराधिक आंकडे़ं भेजे जाने में कठि’नाईयां हो रही हैं. इस संबंध में डीआईजी राजीव रंजन द्वारा जागरूक करते हुये और आ’पराधिक आंकडे़ं तैयार करने हेतु विस्तार से समझाते हुये समस्याओं का निदान निकाला गया.
