
जापान के एक 400 साल पुराने मंदिर में रोबोट पुजारी है। रोबोट पुजारी के साथ वहां के लोग बौद्ध धर्म में दिलचस्पी दिखाने की कोशिश कर रहे हैं।
कुछ आलोचकों ने इसकी तुलना फ्रेंकस्टीन के रा’क्षस से की है। एंड्रॉयड कैन्नन आधारित यह पुजारी रोबोट क्योटो में कोडाईजी मंदिर में उपदेश भी देता है।

इस पुजारी के साथ रहने वाले लोगों का कहना है कि यह रोबोट आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के साथ मिलकर कमाल कर सकता है। मंदिर के एक अन्य पुजारी ने टेन्शो गोटो ने कहा कि यह रोबोट कभी मरेगा नहीं और यह समय के साथ खुद को अपडेट करेगा। यही एक रोबोट की खूबसूरती है। यह आजीवन ज्ञान को स्टोर कर सकता है।
