तिसरी और देवरी थाना क्षेत्र की सीमा पर बेलकुशी नदी के पास सोमवार को चलती वैन में आ’ग लग गई। इस हा’दसे में इ’लाज कराने जा रहा लक’वाग्रस्त म’रीज जिंदा ज’ल गया, जबकि उसकी पत्नी झु’लस गई। वैन में आ’ग लगने का कारण स्पष्ट नहीं हुआ है।

लोकैया निवासी मंझली बास्के अपने ल’कवाग्रस्त पति सवना टुडू (55) का इ’लाज कराने के लिए मारुति वैन से हजारीबाग बनासो जा रही थी। वैन में दंपति के अलावा उनके पुत्र बिनोद व एक अन्य व्यक्ति बैठे थे। बेलकुशी नदी के पास अ’चानक वैन में आ’ग लग गई। देखते ही देखते वैन धू-धू कर ज’लने लगी। आ’ग की लपटें काफी ऊपर उठने लगीं।
वैन में आ’ग लगते देख अपनी जान ब’चाने के लिए ड्राइवर नीचे कू’द गया। इसके बाद वैन पहाड़ी के निचले हिस्से से सटकर खड़ी हो गयी। वैन रुकते ही सवना का पुत्र गाड़ी से बाहर निकला। उसने अपनी और मां मंझली की जान बचा ली। लेकिन पिता सवना टुडू वैन के अंदर ही जिंदा जल गया। वह लकवाग्रस्त होने के कारण वैन का गेट भी नहीं खोल सका।
बाद में काफी संख्या में स्थानीय लोग घटनास्थल के पास इकट्ठा हुए। बेकाबू आग की लपटें देख किसी ने भी सवना को बचाने की हिम्मत नहीं जुटायी। गाड़ी के अंदर ही सवना जिंदा जल गया। जानकारी मिलते ही तिसरी पुलिस घटनास्थल पर पहुंची, तब तक सवना की मौ’त हो चुकी थी। पुलिस ने आग से जख्मी हुई मंझली को 108 एम्बुलेंस से तिसरी अस्पताल भेजा। वहां से गिरिडीह रेफर कर दिया गया।

