अमेजन में लगी भीषण आ’गः तीन हफ्ते से धू-धू कर ज’ल रहा है धरती का फेफड़ा #PrayforAmazonas

पूरी दुनिया की 20 फीसदी ऑक्सीजन देने वाला अमेजन जंगल करीब 2 हफ्ते से जल रहा है. दक्षिण अमेरिका के ब्राजील में मौजूद दुनिया का सबसे बड़ा वर्षा वन और दुनिया के फेफड़े के नाम से प्रसिद्ध इस जंगल में आग बुझने का नाम ही नहीं ले रही है. इस साल यहां पर आग लगने की कई घटनाएं सामने आईं. लेकिन, अभी जो आग लगी है उससे तबाही का मंजर और भयावह होता जा रहा है. इस आग की वजह से अमेजन, रोडांनिया और साओ पाओलो में अंधेरा छा गया. इन जगहों पर लगी आग से ब्राजील का 2700 किमी क्षेत्र प्रभावित हुआ है.

पूरी दुनिया से लोग सोशल साइट्स पर यहां की फोटो और वीडियो शेयर कर रहे हैं. साथ ही सरकारों से इसे ठीक करने की अपील और जीव-जंतुओं के लिए दुआ कर रहे हैं. ब्राजील के स्थानीय लोग मीडिया से नाराज है. क्योंकि उनके मुताबिक यह आग अगस्त के पहले हफ्ते में ही लग गई थी लेकिन इंटरनेशनल मीडिया ने इस खबर को कोई अहमियत नहीं दी.

आग की घटनाओं में 83 फीसदी का इजाफा हुआ है
वहीं, अंतरिक्ष स्पेस स्टेशन से मिली तस्वीरों के मुताबिक पिछले साल ही अमेजन के जंगलों में आग लगने की घटनाओं में 83 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. इससे यहां पर प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है. इस साल की शुरुआत से अब तक अमेजन के जंगलों में 73 हजार से ज्यादा बार आग लगी है.

ट्विटर पर ट्रेंड हो रहा है #PrayforAmazonas
ट्विटर पर #PrayforAmazonas ट्रेंड हो रहा है. लोग इसके जरिए ब्राजील की सरकार और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से अपील कर रहे हैं कि अमेजन के जंगलों को बचाने के लिए कुछ करें. अब तक ढाई लाख से ज्यादा ट्वीट किए जा चुके हैं.

क्यों खास हैं अमेजन के जंगल
अमेजन के जंगल 55 लाख वर्ग किमी क्षेत्रफल में फैला है. यह यूरोपीय संघ के देशों से क्षेत्रफल में करीब डेढ़ गुना बड़ा है.
अमेजन के जंगलों को दुनिया का फेफड़ा भी कहते हैं, क्योंकि यह पूरी दुनिया में मौजूद ऑक्सीजन का 20 फीसदी हिस्सा उत्सर्जित करता है.
अमेजन के जंगलों में 16 हजार से ज्यादा पेड़-पौधों की प्रजातियां हैं. करीब 39 हजार करोड़ पेड़ मौजूद हैं अमेजन के जंगलों में.
यहां 25 लाख से ज्यादा कीड़ों की विभिन्न प्रजातियां पाई जाती हैं.
अमेजन के जंगलों में 400 से 500 से ज्यादा स्वदेशी आदिवासी जातियां रहती हैं. इनमें से करीब 50 फीसदी आदिवासी प्रजातियों ने तो कभी बाहर की दुनिया से कोई संपर्क तक नहीं किया.

source: aajtak

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