#AP #INDIA : तिरुपति से मंदिरों के शहर तिरुमाला जाने वाली आंध्र प्रदेश रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन की बस टिकट को लेकर विवाद पैदा हो गया है. बस टिकट के पीछे हज और जेरुसलम यात्रा के बारे में सरकारी विज्ञापन छपा हुआ था. बुधवार को बस में सवारी करने वाले यात्रियों की अचानक विज्ञापन पर नजर गई तो उन्होंने इसे क्षेत्रीय प्रबंधक को बताया. इस पर उन्होंने कहा कि गैर-हिंदू तीर्थयात्रा के बारे में छपी हुई टिकट सामग्री के साथ एक बंडल गलत तरीके से तिरुपति में आ गया था. इस मामले में परिवहन निकाय के कार्यकारी निदेशक ने पुष्टि की कि यह उनके ध्यान में लाया जा चुका है और वह इसमें जांच कर रहे हैं. अधिकारी ने कहा कि ”यह अल्पसंख्यक विभाग द्वारा जारी सरकार का एक विज्ञापन है.”

आंध्र प्रदेश के राजस्व मंत्री वेल्लमपल्ली श्रीनिवास ने स्पष्ट किया है कि ये टिकट बंडल चुनाव से पहले तेलुगु देशम शासन के दौरान छापे गए थे और टिकट के बंडल नेल्लोर और कडप्पा के लिए थे. वे तिरुमाला-तिरुपति कैसे आए, इसकी अब जांच की जाएगी.
मंत्री ने कहा, “तिरुमाला जैसे पवित्र स्थान पर किसी भी तरह के प्रोपोगेंडा की अनुमति नहीं है. हम इस बारे में बहुत गं’भीर विचार कर रहे हैं और इस मामले में दो’षियों को सजा भी देंगे.” मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के आलोचक रहे भाजपा नेताओं ने दावा किया कि वह गैर-हिंदू हैं और धर्म में विश्वास नहीं करते हैं. उन्होंने आ’रोप लगाया कि वह अल्पसंख्यक धर्मों के लिए अपने एजेंडे को आगे बढ़ा रहे हैं. हैदराबाद के विवादास्पद भाजपा विधायक राजा सिंह पहले ही इस मुद्दे को उठाते हुए वीडियो डाल चुके हैं.

बता दें, इस सप्ताह के शुरुआत में आंध्रप्रदेश में विपक्षी तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) ने बुधवार को आ’रोप लगाया कि वाई एस जगन मोहन रेड्डी सरकार राज्य की राजधानी अमरावती को बाढ़ संभावित क्षेत्र बताकर इसे स्थानांतरित करने की साजिश रच रही है. हालांकि, सत्तारूढ़ वाईएसआरसी ने इन आ’रोपों से इनकार किया है. तेदेपा सुप्रीमो एन. चंद्रबाबू ने सरकार से इस पर स्पष्टीकरण मांगा है. कांग्रेस ने भी सरकार की मंशा पर संदेह प्रकट किया है. हालांकि, वाईएसआरसी प्रवक्ता और विधायक अंबाती रामबाबू ने अन्यत्र राजधानी करने के किसी भी कदम से इनकार किया.