देवभूमि हिमाचल में यूं तो अनेक मंदिर हैं लेकिन शिव मंदिरों में से ऊना जिला के तलमेहड़ा गांव में शिवालिक की पहाड़ियों पर स्थित धौम्येश्वर मंदिर स्थापित है जो कि सदाशिव मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है। यह मंदिर किसी धाम से कम नहीं हैं। ये अद्भुत मंदिर है, जहां शिवलिंग में साक्षात शिव विराजमान रहते हैं। जो भक्तों की हर मनोकामना पूरी करते हैं।

सावन के अंतिम सोमवार को देश-प्रदेश के सभी शिवधामों में भोले के भक्तों का जमावड़ा लगा रहा। दूध-लस्सी के स्नान के साथ भोले बाबा की पसंदीदा चीजें भांग, धतूरा, बेल पत्र उन्हें अर्पित किए गए और तरह-तरह के मिठे पकवानों से भी शिव परिवार का मुंह मीठा करवाया। कुछ ऐसा ही नजारा धौम्येश्वर महादेव में भी नजर आया।

भोले की सेवा और स्नान के लिए भक्त बड़ी बेसब्री से इंतजार करते नजर आए।सदाशिव महादेव की मान्यता ऊना या हिमाचल में ही नहीं बल्कि प्रदेश के बाहर भी उतनी ही है। पौराणिक कथाओं के अनुसार पांडवों के पुरोहित धौम्य ऋषि ने इसी स्थान पर भगवान शिव को आराधना को थी और भगवान ने धौम्य ऋषि की तपस्या से प्रसन्न होकर धौम्य ऋषि द्वारा स्थापित शिव लिंग की सच्चे मन से पूजा अर्चना करने वालों की सभी मनोकामनाएं पूरी करने का वरदान दिया था। महाशिवरात्रि और सावन के माह के अलावा रोजाना दूर-दराज से श्रद्धालु धौम्येश्वर शिव मंदिर में पहुंचते हैं।

