बिहार के सुखानगर में शुक्रवार को हुई एक घ’टना चर्चा का विषय बनी हुई है। स्थानीय निवासी किसान सुबोध प्रसाद सिंह अपने बगीचे में फूल तो’ड़ रहे थे तभी उनको एक सांप ने ड’स लिया। ड’सने के बाद सांप वहां पड़े ईंट के ढेर में घुस गया।
इसके तुरंत बाद सुबोध को अस्पताल लाया गया जहां 15 वाइल एंटी वेनम का डोज देने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें डिस्चार्ज कर दिया। उधर, सुबोध के परिजन और ग्रामीणों ने जब ईंट के ढेर में सांप को खोजना शुरू किया तो वह मृ’त मिला। डॉक्टर और ग्रामीणों के अनुसार इस मौसम में सांप पर केंचुआ रहता है। ऐसे में डं’सने समय ज’हर का कुछ अंश सांप के मुंह में आ जाता है जो उसकी मौ’त का कारण होता है।
सुबोध की सूझबूझ आई कामचर्चा है कि हा’दसे के बाद सुबोध की सूझबूझ उनके जान बचाने के काम आई। सांप के डं’सने के तुरंत बाद उन्होंने अपना जनेऊ निकालकर घु’टना के नीचे कसकर बां’ध लिया। इससे ज’हर तेजी से उनके शरीर में नहीं फैल सका।
चर्चा है कि हा’दसे के बाद सुबोध की सूझबूझ उनके जान बचाने के काम आई। सांप के डं’सने के तुरंत बाद उन्होंने अपना जनेऊ निकालकर घु’टना के नीचे कसकर बां’ध लिया। इससे ज’हर तेजी से उनके शरीर में नहीं फैल सका।


चर्चा है कि हा’दसे के बाद सुबोध की सूझबूझ उनके जान बचाने के काम आई। सांप के डं’सने के तुरंत बाद उन्होंने अपना जनेऊ निकालकर घु’टना के नीचे कसकर बां’ध लिया। इससे ज’हर तेजी से उनके शरीर में नहीं फैल सका।

