#PATNA #BIHAR #INDIA : असम के बाद बिहार में भी राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) की मांग उठने लगी है। सत्ताधारी दल जदयू के विरोध के बावजूद भाजपा नेता आए दिन बिहार में भी एनआरसी की वकालत करने लगे हैं। सोमवार को भाजपा नेता केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने असम की तर्ज पर बिहार में भी एनआरसी की जरूरत बताई।

पटना में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में गिरिराज ने कहा कि बिहार में बड़ी तादाद में बांग्लादेशी घुसपैठिए हैं। इसलिए उन्हें बाहर करना जरूरी है। यह भी कहा कि एनआरसी को सियासी चश्मे से देखने की जरूरत नहीं है। यह देश के लिए आवश्यक है। असम के अलावा दूसरे राज्यों में भी एनआरसी बननी ही चाहिए। इसी से पता चलेगा कि राज्य में कौन सही हैं और कौन गलत। जो गलत तरीके से रह रहे होंगे, उन्हें बाहर जाना ही होगा। एनआरसी पर सवाल करने वालों से गिरिराज ने पूछा कि विपक्ष को बताना चाहिए कि क्या इसे भाजपा ने शुरू किया है।

गिरिराज से पहले भाजपा सांसद राकेश कुमार सिन्हा भी बिहार में एनआरसी की वकालत कर चुके हैं। पिछले दिनों राज्य सरकार के मंत्री बिनोद कुमार सिंह भी बिहार के कटिहार, किशनगंज जैसे सीमांचल इलाके में बंगलादेशी घुसपैठिए होने की बात कह एनआरसी की वकालत कर चुके हैं। हालांकि मंत्री के बयान के बाद जदयू की ओर से इस मसले पर तीखी प्रतिक्रिया आई थी।

