
MUZAFFARPUR (ARUN KUMAR) : हिंदी समृद्ध भाषा है. देश को एक कड़ी में बांधता है. अभिव्यक्ति ऐसी चीज है जो सही जगह पर उपयोग करने से व्यक्तित्व प्रदर्शित होती है. कहा जाता है की तीन मील पर पानी सात मील पर भाषा बदलती है. भाषा की सर’लीकरण से उसका महत्त्व बढ़ता है.

आज पंकज कुमार, आयुक्त तिरहुत प्रमंडल हिंदी दिवस के अवसर पर आयुक्त कार्यालय सभागार में संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए बोल रहे थे. कोई भी भाषा बु’री नहीं है. भाषा के ज्ञान के लिए उपस्थित आयुक्त कार्यालय के कर्मचारी एवं पदाधिकारी को कहा की वे पुस्तकों का अध्ययन करेंगे तो भाषा एवं व्याकरण का ज्ञान होगा और आपका व्यक्तित्व बढ़ेगा. उन्होंने वेद व्यास की चर्चा करते हुए कहा की उन्होंने भाषा की सरलीकरण करने के लिए काफी काम किया. उन्होंने तुलसीदास के रामायण की चर्चा की.

भाषा सरल होने से लोकप्रि’यता बढ़ती है. उन्होंने कहा की धर्म, भाषा शासक के सहयोग से मजबूत होती है. भाषायी आधार पर भी राष्ट्र एवं राज्यों का नि’र्माण इति’हास में पाया जाता है. उन्होंने कर्मचारियों का ज्ञानवर्धन करते हुए कहा की अपने कर्तव्यों में वे शुद्धिकरण का ख्याल रखें. शासकीय पुस्तकों का अध्ययन, अनुदेशों का ग्रहण करने से कर्तव्यों, व्यक्तित्वों में निखार आएगी.

अच्छे टिप्पणी देने वाले कर्मी पुरस्कृत किये जायेंगे. उन्होंने कहा की व्यक्तित्व के विकास के लिए नियमित अध्ययन की जरुरत है. पत्रकारिता की चर्चा करते हुए प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा की पत्रकारों द्वारा लगातार पठनीय सामग्रियां शुद्धि के साथ हमारे बीच प्रतिदिन लाये जाते हैं. उन्होंने पुस्तकालयों के लिए पत्रकारिता से जुड़े सभी बंधुओं को हिंदी दिवस की शुभकामना भी दी. आयुक्त के सचिव श्याम किशोर ने कहा की कोई भी भाषा बु’री नहीं है. हिंदी अच्छी भाषा है. अब दुनिया में जानी जा रही है.

उप जनसम्पर्क निदेशक विदु भूषण प्रसाद ने कहा की कारपो’रेट से’क्टर द्वारा बाजार में अपनी पैठ बनाने के लिए हिंदी में विज्ञापन दिए जा रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा की बिहार के लोग जो अन्य प्रदेशों में कार्य करने जाते हैं., हिंदी एवं अन्य क्षेत्रीय भाषा का प्रयोग कर उसे समृद्ध बना रहे हैं. इस अवसर पर प्रशाखा पदाधिकारी, सचिवालय सहायक एवं अन्य कर्मी ने भी अपने विचार रखे. धन्यवाद ज्ञापन के साथ संगोष्ठी की संपन्न की घोषणा की गयी.

