#DELHI #INDIA : भारी-भरकम डील-डौल वाली वह ‘लक्ष्मी’ आखिरकार मिल ही गई, जिसने दो महीने से दिल्ली पुलिस और दिल्ली वन-विभाग के पसीने छुड़ा रखे थे। जब तक लक्ष्मी नहीं मिल रही थी तब तक उसकी तलाश में पुलिस और वन-विभाग की टीमें दर-दर की ठोकरें खा रही थी, लेकिन मंगलवार रात जब लक्ष्मी मिली तो उसे देखकर दिल्ली वन-विभाग को पसीना आने लगा।

इस पूरे मामले में हद तो तब हो गई जब भीमकाय शरीर की मालकिन लक्ष्मी दो दिन पहले पूर्वी दिल्ली जिला पुलिस डीसीपी के दफ्तर के पास से ही गायब हो गई। रहस्यमय हालातों में देश की राजधानी में इधर से उधर घूम रही जिस लक्ष्मी की हम बात कर रहे हैं, दरअसल वो इंसान नहीं दिल्ली की एकलौती हथिनी है। उसकी इस वक्त उम्र करीब 42 साल है।

दिल्ली हाईकोर्ट ने कई महीनों पहले इस हथिनी लक्ष्मी को पकड़ कर वन में या फिर किसी संरक्षित स्थान पर पहुंचाने का आदेश दिल्ली वन विभाग को दिया था। हाईकोर्ट के आदेश के अनुपालन में वन विभाग की टीम पूर्वी दिल्ली जिले के शकरपुर थाना इलाके में हथिनी को कब्जे में करने पहुंची।

न्यूज एजेंसी आईएएनएस के अनुसार, पूर्वी दिल्ली जिला पुलिस उपायुक्त जसमीत सिंह ने बुधवार को बताया कि हथिनी लक्ष्मी को कब्जे में लेने पहुंचे वन विभाग अधिकारियों-कर्मचारियों की टीम पर हथिनी को पाल रहे परिवार ने हमला बोल दिया। सूचना पाकर मौके पर पुलिस पहुंची। वन विभाग की टीम की शिकायत पर उसी दिन हमलावरों के खिलाफ शकरपुर थाने में मामला दर्ज कर दिया गया था।

उस घटना के बाद से वन-विभाग और हथिनी को पाल रहे परिवार के बीच चूहा-बिल्ली का खेल शुरू हो गया। वन विभाग का दावा है कि वो हथिनी की तलाश में जहां-जहां छापा मारती, हथिनी लक्ष्मी को पाल रहा परिवार उसे वहां से कहीं और ले जाता।
