#DELHI #INDIA : उत्तर पूर्वी दिल्ली के न्यू उस्मानपुर में गुरुवार को काउंसलिंग कराने के बहाने एक सिपाही ने 16 साल की किशोर से ज’बरन दु’ष्कर्म किया। इसके बाद पी’ड़िता को कुछ रुपये देकर मुंह बंद रखने की धम’की देकर फरार हो गया। पी’ड़िता के घर पहुंचने पर परिजनों को मामले की जानकारी हुई तो वह थाने पहुंचे, जहां उनकी सुनवाई नहीं हुई। बाद में जब आसपास के लोगों को पता चला तो उन्होंने थाने का घेराव किया और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने लोगों को शांत कराया और पी’ड़िता के बयान पर आरोपी पुलिसकर्मी के खिलाफ दु’ष्कर्म व पोक्सो का केस दर्ज कर हिरासत में ले लिया। पुलिस आरोपी सिपाही से पूछताछ कर मामले की जांच कर रही है।

जानकारी के अनुसार, 16 वर्षीय पी’ड़िता परिवार के साथ ब्रह्मपुरी इलाके में रहती है। उसके परिवार में माता-पिता समेत सदस्य हैं। वह दसवीं कक्षा की पढ़ाई बीच में छोड़ दी थी। चार दिन पहले इलाके का रहने वाला एक लड़का उसे बह’ला-फुस’लाकर अपने साथ ले गया। परिजनों ने उसकी तला’श की, लेकिन उसके बारे में पता नहीं चला। इसके बाद मंगलवार रात पीड़िता खुद ही घर लौटकर आ गई। काफी विचार करने के बाद परिजनों ने आ’रोपी युवक के खिलाफ थाने में शिकायत देने का मन बयान और न्यू उस्मानपुर थाने में पहुंचकर शिकायत दे दी।

आरोप है कि पूरी रात पुलिस ने आरो’पी युवक के खिलाफ कोई का’र्रवाई नहीं और समझौता करने पर दबाव बनाया। इस बीच गुरुवार सुबह परिजन वापस घर आ गया। आरो’प है कि सुबह करीब 9 बजे न्यू उस्मानपुर थाने का सिपाही पीड़ि’ता के घर पहुंचा और काउंसलिंग कराने की बात कर अपने साथ बाइक पर साथ बैठाकर ले गया। थोड़ी देर बाद परिजन थाने पहुंचे तो पता चला कि उनकी बेटी थाने नहीं पहुंची है। उन्होंने सिपाही को कॉल किया गया तो उसका नंबर बंद था। इसके बाद परिजन घर आ गए। सुबह 10:30 बजे के करीब पी’ड़िता रोते हुए घर पहुंची और उसने परिजनों को आप बीती सुनाई। पीड़िता का कहना था कि आरोपी सिपाही उसे तीसरे पुश्ते के जंगल में लेकर गया और उसके साथ दु’ष्कर्म किया। इसकी जानकारी आसपास के लोगों को हो गई। परिजन के साथ पड़ोसी थाने पहुंच गए।

थाने में सुनवाई नहीं होने पर आसपास के लोगों की भीड़ जमा हो गई। लोगों ने पुलिस के खिलाफ ना’रेबाजी शुरू कर दी। शाम करीब 4 बजे वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के कहने पर पी’ड़िता का मेडिकल कराया गया। इसके बाद उसके बयान पर मामला दर्ज कर सिपाही को हि’रासत में ले लिया गया।

वर्दी पर किया विश्वास
परिजनों के अनुसार, आरोपी सिपाही उनके घर पहुंचा और अकेले अपने साथ काउंसलिंग के लिए ले जाने की बात कहीं। परिजनों ने पुलिस की वर्दी और सिपाही पर विश्वास कर बेटी को उसके साथ भेज दिया। उन्हें लगा कि उनकी बेटी को इंसाफ मिलेगा, लेकिन अभी पहले आरोपी को उसकी गुनाहों की सजा मिली ही नहीं थी कि आरोपी सिपाही ने दूसरी वा’रदात को अंजा’म दे दिया। बेटी के साथ लगातार दूसरी घटना से परिवार पूरी तरह से टूट चुका है। परिवार को अब पुलिसकर्मियों से डर लगने लगा है। 

