#UP #INDIA : मोटरबोट का तेल अचानक खत्म होने से नगर विधायक रत्नाकर मिश्र और कई अधिकारी शनिवार को बीच गंगा में फंस गए। इससे उनकी सांस अट’क गयी। मोटरबोट पर मौजूद सदर तहसीलदार ओमप्रकाश पांडेय ने टेलीफोन कर नाविक से तेल मंगवाया। लगभग घंटेभर बाद मोटरबोट किनारे पहुंचा तो लोगों की हालत सामान्य हुई। उधर, नगर विधायक ने जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी पर साजिश करने का आ’रोप लगाया। इस बीच, डीएम अनुराग पटेल ने कहा कि नगर विधायक ने उनसे शिकायत की। इसकी जांच करके कार्रवाई की जाएगी।

नगर विधायक रत्नाकर मिश्र, तहसीलदार ओमप्रकाश पांडेय और कई अफसर शनिवार दिन में छानबे ब्लाक के बबुरा गांव में बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने गए थे। विंध्याचल के पक्का घाट से वे मोटरबोट से रवाना हुए थे। जायजा लेने के बाद वे दिन में दो बजे कोन ब्लाक के लिए रवाना हुए। बबुरा गांव से मोटरबोट एक किमी दूर ही पहुंचा होगा कि अचानक उसका तेल खत्म हो गया और वह बीच गंगा में खड़ा हो गया। टंकी में तेल का एक बूंद न पाकर मोटरबोट चला रहे लोगों के हाथ-पांव फूलने लगे। नगर विधायक समेत सभी अधिकारियों की सांसें अटक गयीं। मोटरबोट पर सवार तहसीलदार ने किसी नाविक को मोबाइल फोन से कॉल कर तेल मंगवाया। घंटेभर की मशक्कत के बाद मोटरबोट दोबारा स्टार्ट हुआ तो लोगों ने राहत की सांस ली।

विंध्याचल लौटने के बाद नगर विधायक रत्नाकर मिश्र ने जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी विंध्याचल कुशवाहा पर साजिश करने का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि उन्हें एक दिन पहले ही बाढ़ग्रस्त बबुरा गांव के दौरे की सूचना दे दी गयी थी। बावजूद इसके उन्होंने मोटरबोट में पर्याप्त तेल नहीं भरवाया। उन्होंने इस मामले की शिकायत शासन, कमिश्नर और जिलाधिकारी से करने का फैसला किया है।





