#PATNA #BIHAR #INDIA : पटना को भविष्य में होने वाले जलजमाव से बचाने को लेकर नालों का जाल बनाया जाएगा। नगर विकास विभाग ने पटना नगर निगम को इसके लिए बड़ी योजना बनाने और निगम की बैठक से प्रस्ताव पारित कर विभाग को उपलब्ध कराने को कहा है। बुधवार को नगर विकास विभाग में पटना में हुए जलजमाव एवं भीषण तबाही की समीक्षा को लेकर उच्चस्तरीय बैठक हुई। पहली बार बुडको, नगर निगम, नगर विकास विभाग एवं वार्ड पार्षदों के बीच सीधा संवाद हुआ।

बैठक में नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद ने सभी वार्ड पार्षदों से उनकी समस्याएं सुनीं और इसके दीर्घकालिक निदान को लेकर सुझाव मांगे। पार्षदों ने एक स्वर में कहा कि जलजमाव और अपने क्षेत्र की समस्या को लेकर वे सीधे जनता के प्रति जबावदेह है, इसलिए संप हाउस के संचालन एवं मेटेनेंस की जिम्मेवारी बुडको की जगह नगर निगम को सौंपी जाए। सरकार सभी मशीन, नालें एवं संप के मेंटेनेंस आदि के लिए तैनात इंजीनियरों का ट्रांसफर नगर निगम में करे, ताकि जलजमाव की समस्या से वे निबट सकें। पार्षदों ने संपों की क्षमता बढ़ाने, नए संप बनाने, मौजूदा नालों की वर्षभर उड़ाही करने, नए नालों का निर्माण एवं मौजूदा नालों के पक्कीकरण की मांग की।

कई स्थानों पर नहीं चले संप
बैठक में जलजमाव का मुख्य कारण विभिन्न इलाकों में संप का पूरी क्षमता के साथ नहीं चलना, जल निकासी के लिए नालों की कमी का होना एवं मौजूदा नालों की उड़ाही में बरती गई लापरवाही सामने आयी। संदलपुर संप में 90 एचपी के दो एवं 60 एचपी के दो मोटर में से मात्र एक चल रहा था। वहीं, रामपुर नहर का पानी प्रवेश करने से रामपुर संप बंद हो गया था। वार्ड 54 के पार्षद ने बताया कि आउटलेट पाइप से जो पानी निकाला जा रहा था वह वापस आ रहा था, क्योंकि पाईप कई जगहों से टूटी-फूटी थी। वहीं, कई नालों पर अतिक्रमण के कारण सही तरीके से सफाई भी नहीं हुई थी, इस कारण संप तक पानी भी नहीं पहुंच पा रहा था। संप की मरम्मत का कार्य वर्षा शुरू होने के बाद तब कराया गया जब जलजमाव हो चुका था।

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