#PATNA #BIHAR #INDIA : उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि राजद जैसी परिवारवादी पार्टी में ही यह मुमकिन हुआ कि संस्थापक लालू प्रसाद लगातार 11वीं बार अध्यक्ष चुन लिये गए। पार्टी 22 साल में कोई दूसरा नेतृत्वकर्ता नहीं खोज पायी। शीर्ष पद के लिए जो एकमात्र नामांकन हुआ, उसमें पत्नी-पुत्र उनके प्रस्तावक बने।

ट्वीट कर कहा कि आंतरिक लोकतंत्र का ऐसा उपहास केवल राजद में ही दिख सकता है। चौधरी देवीलाल ने कहा था कि लोकतंत्र तो लोकलाज से चलता है। राजद का लोकतंत्र लोकलाज के बिना ही चलता है, इसलिए उसे चारा घोटाले में सजायाफ्ता व्यक्ति के नेतृत्व में ही अगला चुनाव लड़ने की मजबूरी पर न कोई शर्म आती है, न उसके युवराज को खुद ही सीएम-उम्मीदवार घोषित करने में कोई अहंकार नजर आता है।

जिस कथित महागठबंधन का नेतृत्व करने का दावा राजद करता है, उसके घटकों से राय करने का शिष्टाचार भी जिन्हें जरूरी नहीं लगता, वे क्या ऐसे अलोकतांत्रिक रवैये से बिहार पर राज करने का सपना देख रहे हैं?

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