कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून (CAA)और एनआरसी को लेकर सभी विपक्षी दल मुद्दे की जरूरत को समझें और एक साथ एक मंच पर आएं। उन्होंने कोलकाता में कहा कि- 1 अप्रैल, 2020 से शुरू होने वाले राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) अभ्यास में यदि कोई सहयोग नहीं करता तो नरेंद्र मोदी सरकार लाखों लोगों को दं’डित करने जैसी मूर्खता नहीं करेगी।

बता दें कि सीएए और एनआरसी को लेकर देशभर में पहले ही बवाल मचा हुआ है। उच्चतम न्यायालय ने पश्चिम बंगाल मूल के 20 लोगों की ओर से संशोधित नागरिकता कानून-2019 (सीएए) की संवैधानिकता और गृह मंत्रालय की ओर से इसे लागू करने के लिए जारी अधिसूचना को चुनौती देने वाली याचिका पर शुक्रवार (17 जनवरी) को केंद्र से जवाब तलब किया।
