बीआरएबीयू में रेगुलर मोड में एमफिल कोर्स चलाने की तैयारी शुरू हो गई है। दाखिले के लिए प्री- एमफिल एडमिशन टेस्ट लिया जाएगा। टेस्ट में चयनित का इंटरव्यू होगा। इसके बाद दाखिला लिया जाएगा। विश्विद्यालय में पिछले दो वर्षो से इसकी प्रक्रिया चल रही थी। पहले यह कोर्स विवि के दूरस्थ शिक्षा निदेशालय में चलता था। दो सत्रों में नामांकन भी लिया गया।
हालांकि, यूजीसी के दिशा निर्देश के तहत रेगुलर कोर्स होने के कारण इसकी पढ़ाई निदेशालय में हो सकती थी। इस वजह से नामांकित छात्रों की परीक्षा नहीं हो सकी। वहीं आगे नामांकन भी रोक लगा दी गई। बाद में विवि ने राजभवन से रेगुलर मोड में इसे चलाने की अनुमति लेने के बाद निदेशालय के सभी नामांकित छात्रों को पीजी विभाग में लिया।

विवि के मीडिया प्रभारी सतीश कुमार राय ने बताया कि रेगुलर मोड में कोर्स के लिए सिंडीकेट, सीनेट से भी मंजूरी मिल चुकी हैं। राजभवन से पहले ही अनुमति मिल चुकी है। ऐसे में को’रोना वा’यरस को लेकर बन्द विभाग खुलने के साथ ही इस दिशा में कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। सभी 25 विभागों में दाखिला लिया जाएगा। 40-40 सीटों के लिए टेस्ट होगा।
यूजीसी नेट, जेआरएफ वाले सीधे इंटरव्यू में शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि दो वर्षों के कोर्स के लिए पीजी में 55% अंक अनिवार्य है। एससी- एसटी के छात्र- छात्राओं को इसमें पांच फीसद रियायत दी जाएगी। इसके अलावा इसके संचालन के लिए पोस्ट ग्रेजुएट रिसर्च काउंसलिंग का गठन होगा। काउंसिल कोर्स के डिग्री से संबंधित कार्यों की मॉनिटरिंग करेगी।
