बिहार के गया जिले में आइसोलेशन वार्ड में भर्ती 22 वर्षीय एक महिला से डॉक्टर द्वारा दु’ष्कर्म करने का मा’मला प्रकाश में आया है. हालांकि महिला की सोमवार की सुबह उसके घर पर मौ’त हो गयी. महिला जब अस्पताल से घर लौटी तो वह डिप्रेशन में थी. मृ’तका ने इस घ’टना की आपबीती अपनी सास से बता दी थी. मृ’तका की सास ने बताया कि उनकी बहू को ब्लीडिंग की शि’कायत पर मगध मेडिकल कॉलेज स्थित इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया.

उसके बाद बहू का इलाज जनरल वार्ड में किया जा रहा था. एक अप्रैल को उसे आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया. आइसोलेशन वार्ड में बहू अकेली रहती थी. जहां पर इस तरह की घ’टना को अंजाम दिया गया है. जब इसकी शि’कायत अस्पताल में की तो डॉक्टरों ने आनन-फानन में छुट्टी दे दी. हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह बिहार सरकार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने घ’टना पर रो’ष प्रकट किया है.

पूर्व मुख्यमंत्री ने डीएम से बात कर इस घ’टना की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है. उन्होंने कहा कि डॉक्टर धरती के भगवान होते हैं. मगध ही नहीं देश के लिए यह घ’टना दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि मगध मेडिकल में कई लोग 10-15 वर्षों से अड्डे जमाये हुए हैं.
यही कारण है कि वहां के लोग जनसेवा की भावना पर कम और दुर्भावना पर ज्यादा ध्यान देते हैं. हम के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेश पांडेय ने कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री ने इस घटना में दोषी लोगों पर कानूनी कार्रवाई की भी बात कही है.
