पटियाला। खालिस्तानी गदर फोर्स के 3 मेंबर्स शबनमदीप सिंह, गुरसेवक सिंह और तेजिंदर सिंह को पुलिस रिमांड खत्म होने के बाद दोबारा अदालत में पेश किया गया। अदालत ने तीनों के पुलिस रिमांड में 3-3 दिन की बढ़ोतरी कर दी है। बीते दिनों पटियाला पुलिस ने शनमदीप सिंह को बस स्टैंड पटियाला के नजदीक से गिरफ्तार करके उससे एक पिस्तौल और एक हैंड ग्रेनेड बरामद किया था। बाद में जांच में इस केस में गुरसेवक सिंह और तेजिंदर सिंह को भी गिरफ्तार करके पटियाला पुलिस को दे दिया था। सीआईटी टीम ने कोर्ट में कहा कि इनसे अभी पूछताछ बाकी है।
इस बारे में एसएसपी मनदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि आरोपियों से काफी पूछताछ अभी बाकी है। इनके अन्य साथियों व नेटवर्क के बारे में जानकारी हासिल की जा रही है। पता चला है कि शबनमदीप सिंह खालिस्तान गदर फोर्स के नाम से नई पार्टी बना रहा था। नई पार्टी में आतंकवादी शबनमदीप सिंह ने गुरसेवक को साथ में जोड़ा था और अन्य लोगों को जोड़ने के लिए पाठी बनकर नेटवर्क फैला रहा था। शबनमदीप सिंह ने रिमांड के दौरान माना है कि उसे यह सब ऊपर से निर्देश मिले थे। इस संदर्भ में पार्टी के लिए उसने प्रिंटिंग प्रेस में नए लेटर हैड व लोगो छपवाए थे। इसके बाद उसने दिवाली पर बस स्टैंड पटियाला में हैंड ग्रेनेड फेंक विस्फोट करना था, लेकिन 1 नवंबर को पुलिस ने उसे काबू कर लिया।
एसएसपी ने यह भी बताया कि शबनमदीप सिंह के साथी गुरसेवक को पसियाणा थाना पुलिस ने लूट की तैयारी करते हुए पकड़ा था, जबकि तीसरे आरोपी तेजिंदर सिंह को संगरूर बस अड्डे से 19 नवंबर को काबू किया था। अब से पहले भी इन्हें कोर्ट में पेश किया जा चुका है, वहीं पुलिस रिमांड खत्म होने के बाद इन्हें फिर से कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट ले जाया। कोर्ट में सीआईए स्टाफ ने बताया कि उनकी पड़ताल अभी अधूरी है और आरोपितों से पूछताछ करनी बाकी है। इस पर अदालत ने तीनों आरोपियों को 29 नवंबर तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।
पाकिस्तान इंटेलिजेंस से जुड़े व्यक्ति ने कराई थी गोपाल चावला से मुलाकात: शुरुआती पूछताछ में शबनमदीप ने बताया था कि उसकी जुलाई 2018 में एक जावेद खान नामक एक व्यक्ति से मुलाकात हुई थी। वह पाक इंटेलिजेंस एजेंसी से जुड़ा हुआ है और उसी ने उसकी मुलाकात पाकिस्तान में रहते गोपाल चावला से करवाई और उसके जरिए वह कई अन्य लोगों से मिला जोकि रेफरेंडम 2020 के लिए काम कर रहे थे। इस दौरान नेहाल सिंह नामक एक व्यक्ति उसे शराब के ठेकों में आगजनी करने के लिए उसकाता रहा। उसे कहा गया कि वह आगजनी की घटनाओं को अंजाम देकर उसकी वीडियो बनाकर भेजे। इस पर उसने कई शराब के ठेके और झुग्गियां और एक घर में आग लगाई। इसके बाद उसने निहाल सिंह द्वारा भेजे गए फंड से सीटी-100 प्लेटिना वाइक और एक नया मोबाइल फोन खरीदा। शबनदीप से सुखराज सिंह उर्फ राजू निवासी नागोके जिला तरनतारन भी संपर्क में था। यही नहीं उसने जावेद खान के कहने पर ही खालिस्तान गदर फोर्स जत्थेबंदी के नाम का लोगो तैयार किया। इसके अलावा उसे टारगेट किलिंग का काम सौंपा और हर एक वारदात के पीछे 10 लाख रुपए देने का वादा किया। 24 अक्टूबर को उसे पिस्टल और ग्रेनेड मुहैया करवाया गया।