भ’ष्ट्राचार खत्म करने को लेकर कोई भी सरकार लाख दावा कर लें.लेकिन जमीनी हकीकत अभी भी सरकार के दावों से साफ इतर है. सरकारी बाबू अपनी करनी से सरकार के मंसूबों में पलीता लगा रहे हैं. और इसका खामियाजा एक जरूरतमंद इंसान को भुगतना पड़ जाता है. ऐसा नहीं की ऐसे लोग पकड़े नहीं जाते हैं. लेकिन जितने तदाद में पकड़े जाते हैं उससे कहीं अधिक की संख्या आज भी हमारे समाज में मौजूद है.

हम बात कर रहे हैं बिहार की. जैसा कि हम सभी जानते है यहां सुशासन की सरकार है. सुशासन में जीरों टॉलरेंस भष्ट्राचार की बातें कही जाती है. लेकिन इसी प्रदेश का एक जिला बक्सर से एक वीडियों सामने आयी है. जो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सपनों को चकनाचूर कर देने वाली है.
वीडियों बक्सर के कोषागार यानी ट्रेजरी की है. यहां के एक सरकारी बाबू खुलेआम घु’स लेते रहते हैं. कहा तो यह भी जाता है कि यह अधिकारी महोदय बिना घूस अपना मुंह तक नहीं धोते हैं. जबतक कोई इनको चढ़ावा नहीं चढ़ता तब तक उसकी फरियाद पर एक नजर तक नहीं डालते हैं.

लेकिन इसबार इनका एक वीडियों वायरल हो गया. जिसमें एक रिटायर्ड शख्स से घूस ले रहे हैं. वीडियों में साफ तौर पर दिख रहा है कि मजबूर रिटायर्ड शख्स पेंशन इंट्री के लिए इस बाबू को चढ़ावा चढ़ा रहा है. 500-500 रूपए के कई नोट इस अधिकारी को रिटायर्ड शख्स ने दिया. तब जाकर उसके पेंशन इंट्री की कागजात पर यह बाबू अपना नजर डाले.
बताया जा रहा है कि रिटायर्ड शख्स का नाम रत्नेश ओझा है. जो बोकारा से चतुर्थवर्गीय कर्मचारी के पद से सेवानिवृत होकर अपने घर पर आए हैं. लेकिन इनका पेंशन इंट्री नहीं हो रही है. जब इसने घूस का चढ़ावा चढ़ाया तो यह सरकारी बाबू पेंशन इंट्री करने पर राजी हो गए. अब सवाल उठता है कि क्या यहीं हैं सुशासन..क्या इसपर कभी रोक नहीं लगेगी….अगर यह वीडियो सच हैं तो निश्चित ही ऐसे अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए.
