
PATNA (ARUN KUMAR) : मंडल कारा नवादा के जे’ल उपाधीक्षक (जे’लर) और दो कक्षपालों को निलं’बित कर दिया गया है. बुधवार को मंडल का’रा में छा’पेमारी के दौरान 9 मोबाइल सहित अन्य आप’त्तिजनक वस्तुएँ बरा’मद होने के बाद शुक्रवार को जे’ल आईजी ने विभागीय का’र्रवाई की है. इसकी पु’ष्टि जे’ल आईजी मिथिलेश मिश्रा ने की है.

बीते बुधवार को बिहार के जे’लों में हुई छा’पेमारी के दौरान नवादा मण्डल का’रा से बरा’मद मोबाइल समेत अन्य प्रतिबं’धित सामानों के लिये जे’ल अधीक्षक महेश रजक और उपाधीक्षक रामविलास दास से स्प’ष्टीकरण की माँग की गई थी. जे’ल आईजी के अनुसार स्प’ष्टीकरण सं’तोषप्रद नहीं पाए जाने के फलस्वरूप गृह विभाग (का’रा) द्वारा जे’ल उपाधीक्षक राम विलास दास को तत्काल प्रभाव से निलं’बित करते हुए केंद्रीय कारा में संलग्न किया गया है. वहीं दो कक्षपालों क्रमशः अजय कुमार सिंह और अभिनय कुमार को भी तत्काल प्रभा’व से निलं’बित करते हुये अररिया मण्डल का’रा में संलग्न किया गया है.

बता दें कि गत बुधवार को नवादा जिलाधिकारी यशपाल मीणा और एसपी धूरत सयाली सांवलाराम, सदर एसडीएम उमेश कुमार भारती, एएसपी मुख्यालय महेन्द्र कुमार बसंत्री, जे’ल अधीक्षक महेश रजक समेत कई अधिकारियों ने नवादा मंडल का’रा के विभिन्न वार्डों की तला’शी ली थी. दो घंटे से अधिक समय तक छा’पेमारी के दौरान वार्ड 13 से 4 मोबाइल, वार्ड नं. 18 से एक मोबाइल और जे’ल के अंदर अलग- अलग स्थानों से कुल 9 मोबाइल, 4 चार्जर, 3 बैट्री, एक हेडफोन, खै’नी, गुट’खा समेत अन्य आप’त्तिजनक सामान ब’रामद किए किए गए थे.

इतनी संख्या में मोबाइल बराम’दगी के बाद अधिकारियों के होश फा’ख्ता हो गए थे. इतनी अधिक संख्या में मोबाइल और अन्य आप’त्तिजनक वस्तुओं की बराम’दगी पर डीएम-एसपी ने नारा’जगी जाहिर करते हुए मामले की जाँच करते हुए सुर’क्षा व्यवस्था ब’ढ़ाने आदि अन्य बिंदुओं पर आवश्यक दिशा-निर्दे’श दिये थे.

इस सम्बंध में मुख्यालय को रिपोर्ट भी भेजी गई थी. मोबाइल बरा’मदगी को लेकर नगर थाना में जे’ल अधीक्षक महेश रजक ने मोबाइल व अन्य आप’त्तिजनक सामानों की बराम’दगी के बाद पांच बं’दियों क्रमशः वार्ड नंबर 13 के रणधीर कुमार, रामाधीन कुमार, आशीष कुमार उर्फ सतीश कुमार और अक्षय मांझी के अलावा वार्ड 18 से गोलू कुमार उर्फ सुमित के खिलाफ प्राथ’मिकी द’र्ज कराई गई थी.

सूत्र बताते हैं कि छा’पेमारी के दौरान एसपी धूरत सयाली ने स्वयं तीन मोबाइल बरा’मद किया था. हाल के वर्षों में कई बार छा’पेमारी की गई लेकिन इस दौरान एक-दो मोबाइलों की ही बराम’दगी होती थी, लेकिन पहली बार एक साथ नौ मोबाइल बरा’मद किए गए थे. इससे सुर’क्षा व्यवस्था और चौ’कसी पर स’वाल ख’ड़ा होना ला’जिमी है. पूरे मामले में जे’ल अधीक्षक महेश रजक और जे’ल उपाधीक्षक (जे’लर) रामविलास दास से 24 घंटे के अंदर स्प’ष्टीकरण देने को कहा गया था कि आखिर बं’दियों के पास मोबाइल और अन्य आ’पत्तिजनक वस्तु कैसे पहुंचा?

सोचने वाली बात यह है कि बिहार के जे’ल के अंदर सीसीटीवी कैमरा लगा है या नहीं. लगा है तो यह ए’क्टिव भी है या नहीं? यह बातें बाहर के लोगों को नहीं पता है. कई बडी आप’राधिक वा’रदातों के पीछे जे’ल में बंद खूं’खार कै’दी का नाम सामने आ चुकने के बाद भी बाहर की गतिवि’धियों पर नजर रखने के लिए बिहार के केंद्रीय का’रा, मण्डल का’रा, उपका’राओं में सीसीटीवी कैमरा, मोबाइल नेटवर्क नका’रा करने हेतु जै’मर लगाए जाने का मामला कई वर्ष बीत जाने के बावजूद अब तक अ’धर में ल’टका है, जिस पर विभाग और सरकार को गहन मं’थन की आवश्यकता है.








