#JAIL आईजी की का’र्रवाई, कर्तव्यही’नता के आ’रोप में #PATNA बेऊर और #NAWADA जे’ल अधीक्षक निलं’बित, पूर्णिया व बेनीपट्टी जे’ल अधीक्षक भी ब’दले

PATNA (ARUN KUMAR) : गृह विभाग ने पटना के अति संवेद’नशील माने जाने वाले केंद्रीय कारा बेउर जे’ल के अधीक्षक के रूप में तैनात सत्येंद्र कुमार और नवादा के जे’ल अधीक्षक महेश रजक को कर्तव्य निर्व’हन में बरती गई घो’र लाप’रवाही और जे’ल सुर’क्षा के प्रति असंवे’दनशीलता बर’तने और प्रशासनिक व्य’वस्था का’यम नहीं कर पाने का दो’षी पाते हुए निलं’बित कर दिया है. बेऊर जेल अधीक्षक सत्येंद्र कुमार को निलं’बित करते हुए पूर्णिया केंद्रीय कारा अधीक्षक जितेन्द्र कुमार को बेऊर सेंट्रल जे’ल का नया अधीक्षक बनाया गया है.

बेनीपट्टी उपका’रा अधीक्षक अभिषेक पाण्डेय को नवादा मण्डल कारा का नया अधीक्षक बनाया गया है. वहीं सहरसा मण्डल का’रा के सहायक का’रा महानिरीक्षक (मुख्यालय) राजीव कुमार झा को केंद्रीय का’रा पूर्णिया में पदस्था’पित किया गया है. इधर पदस्थापन की प्रती’क्षा में रहे मोती लाल को बेनीपट्टी उपका’रा की क’मान सौं’पी गई है. इस सम्बन्ध में गृह विभाग द्वारा अधिसूचना जारी कर दी गई है. विभाग द्वारा सम्बंधित पदाधिकारियों को नव पदस्था’पना स्थल पर अविलम्ब यो’गदान सुनि’श्चित करने हेतु निदे’शित किया गया है.

जेल अधीक्षक मिथिलेश मिश्रा ने बताया कि गत 03 मार्च को मंडल का नवादा में छा’पेमारी के साथ दौरान 09 मोबाइल, 04 मोबाइल चार्जर, 03 मोबाइल बैटरी एक फोन एवं ता’श की दो गड्डियाँ बरा’मद की गई थी. नवादा मंडल का’रा प्रशासन द्वारा इसके पूर्व भी 11 अगस्त 2018, 7 अक्टूबर 2018, 12 दिसंबर 2018, 2 मार्च 2019, 30 मई 2019 और 24 नवंबर 2020 को भी इस का’रा में जिला प्रशासन द्वारा की गई औ’चक छा’पेमारी के दौरान प्रत्येक बार प्रतिबं’धित सामग्रियां बरा’मद की गई थी.

बरा’मद प्रतिबं’धित सामग्रियों के लिए नवादा का’रा अधीक्षक महेश रजक एवं अन्य कर्मियों के विरु’द्ध का’र्रवाई भी की गई थी एवं श्री रजक को भवि’ष्य के लिए चे’तावनी भी दी गई थी बावजूद उनकी कार्यप्रणाली में कोई सु’धार नहीं हो सका. जिला आईजी श्री मिश्रा के अनुसार मंडल का’रा नवादा से बार-बार प्रतिबं’धित सामग्रियों के बरा’मदगी से स्पष्ट प्रतीत होता है कि नवादा मण्डल का’रा अधीक्षक महेश रजक द्वारा कर्तव्य के प्रति घोर लाप’रवाही बर’ती जा रही है.

इससे स्पष्ट प्रती’त होता है कि का’रा के अधीनस्थ कर्मियों पर उनका नि’यंत्रण नहीं है एवं का’रा के प्रबं’धन एवं पर्यवे’क्षण में पूर्णत: विफल साबित हो रहे हैं. उनके द्वारा बिहार का’रा हस्तक के नि’यमों का लगातार उल्लं’घन किया जा रहा था कि जिससे कारा की सुर’क्षा व्यवस्था ख’तरे में प्रती’त होती है.

इस मामले में जे’ल आईजी मिथिलेश मिश्रा द्वारा नवादा का’राधीक्षक महेश रजक को कर्तव्यही’नता, उनके द्वारा कार्य सुर’क्षा के प्रति घो’र लाप’रवाही बर’तने, अधीनस्थ कर्मियों पर नियं’त्रण रखने में सक्ष’म नहीं हो पाने एवं कार्य के प्रबंधन में पूर्णत: वि’फल रहने के कारण उन्हें तत्काल प्रभा’व से निलं’बित कर उनका मुख्यालय केंद्रीय का’रा मोतिहारी निर्धारित कर दिया गया है. निलं’बन अवधि में उन्हें संलग्न का’रा से नियम अनुसार जीवन नि’र्वाह भत्ता का भुग’तान करने हेतु आदे’शित किया गया है. बता दें कि 03 मार्च को का’रा में प्रतिबं’धित सामग्रियों कि बरा’मदगी पर उनसे स्पष्टी’करण की माँग की गयी थी.

वहीं बेऊर जे’ल अधीक्षक सत्येंद्र कुमार पर 03 मार्च को की गई छा’पेमारी के बाद पटना के जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह के निरोक्ष’णोपरांत सौंपे गए प्रतिवेदन के आधार पर गृह विभाग ने का’र्रवाई करते हुए उन्हें तत्काल प्र’भाव से निलं’बित कर दिया है. बता दें कि 03 मार्च को पटना के बेऊर कारा में हुई छा’पेमारी के दौरान का’रा से दो मोबाइल, एक सिम एवं दो पंजियाँ बरा’मद की गई थी.

जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह द्वारा गृह विभाग को सौंपे गए प्रति’वेदन के अनुसार का’रा अधीक्षक सत्येंद्र कुमार द्वारा नि’रीक्षण के क्रम में कई विरोधाभा’स पैदा किया गया. उच्च श्रेणी वार्ड के संबंध में पू’छताछ करने पर जिलाधिकारी को विजि’लेंस वार्ड दिखाया गया. स्पेशल सेल के निरीक्षण हेतु जानकारी प्राप्त करने पर केवल एक स्पेशल से’ल के बारे में जानकारी दी गई जबकि वहां दो स्पेशल से’ल है, दूसरे स्पेशल से’ल की जानकारी होने पर एक घंटे विलं’ब से नि’रीक्षण किया गया जिस दौरान वहां बंद पूर्व मंत्री विजय कृष्ण के पास से एक मोबाइल बरा’मद किया गया.

कारा महानिरीक्षक मिथिलेश मिश्रा ने बताया कि कुछ दिन पूर्व इसी का’रा में संसी’मित एक कु’ख्यात बं’दी सुबोध सिंह द्वारा कुणाल शर्मा नाम के एक कै’दी से रंगदा’री मां’गने एवं कुणाल शर्मा से जे’ल में उ’ठक-बै’ठक कराने का एक वीडियो वा’यरल हुआ था. इस संबंध में बेऊर का’रा अधीक्षक सत्येंद्र कुमार द्वारा जेल आईजी को 03 और 04 मार्च को दो अलग-अलग पत्रों में पर’स्पर विरोधाभा’सी प्रतिवेदन उपलब्ध कराया गया. जिसके आलोक में का’रा महा निरीक्षक श्री मिश्रा द्वारा जां’च दल गठि’त कर वस्तुस्थिति की पड़’ताल की गई.

जां’च के दौरान का’रा के अंदर मोबाइल फोन जैसी प्रतिबं’धित सामग्रियों की प्रवि’ष्टि, उसके नि’यम विरु’द्ध उपयोग, का’रा से आप’राधिक गतिवि’धियों के संचालन एवं विभागीय आदेश के विरुद्ध मुलाका’तियों को बं’दियों से अवै’ध मुला’कात कराने के कई सबू’त पाए गए. इन सबके अलावा 6 मार्च को बेऊर जे’ल से 5 लाख की रंगदा’री मांगे जाने का मामला प्रकाश में आने पर जे’ल प्रशासन द्वारा एक बार पुनः छा’पेमारी की गई जिसमें एक मोबाइल एवं एक चार्जर बरा’मद किया गया.

मामले की गंभी’रता को देखते हुए का’रा महानिरीक्षक के नेतृत्व में 08 मार्च को पुनः बेऊर का’रा में छा’पेमारी की गई थी जिसमें कई प्रतिबं’धित सामग्रियों की अतिरिक्त दो मोबाइल और एक पेन ड्राइव बरा’मद किया गया. जे’ल आईजी श्री मिश्रा ने बताया कि इन सभी त’थ्यों को देखते हुए का’रा की ल’चर प्रशा’सनिक व्यवस्था परिल’क्षित होती है. उन्होंने बताया कि पटना बेऊर कारा अधीक्षक सत्येंद्र कुमार द्वारा का’रा में मोबाइल-सिम जैसे प्रतिबं’धित सामग्रियों का प्रवे’श एवं उसका नि’यम वि’रुद्ध उपयोग रो’क पाने में सक्ष’म नहीं है.

उन्हें का’रा के वार्डों की सामान्य जानकारी तक नहीं है. उनका उनके अधीनस्थ का’रा कर्मियों पर कोई नियं’त्रण नहीं है तथा वे मुस्तै’दी से प्रशा’सनिक व्यव’स्था का’यम करने में पूरी तरह वि’फल सा’बित हुए हैं. बं’दियों द्वारा का’रा के भीतर से अपरा’धिक गतिवि’धियां संचा’लित की जा रही है जो समाज एवं कार्य की सुर’क्षा के लिए एक गंभी’र ख’तरा है. इन सभी तथ्यों को देखते हुए बेऊर के का’रा अधीक्षक सत्येंद्र कुमार को तत्काल प्रभाव से निलं’बित करते हुए निलं’बन की अवधि में उनका मुख्यालय केंद्रीय कारा, पूर्णिया निर्धारित किया गया है, जहाँ नियमानुसार उन्हें जीवन नि’र्वाह भत्ता का भुग’तान किया जाएगा.

बता दें कि इससे पूर्व भी बेऊर जे’ल अधीक्षक के रुप में तैनात सत्येन्द्र कुमार पर कई आ’रोप लगे थे. मुजफ्फरपुर के श’हीद खुदीराम बोस केंद्रीय का’रा अधीक्षक के पद पर रहते हुए मुला’काती पंजी पर हस्ताक्षर नहीं होने, वार्ड इंचा’र्ज द्वारा कै’दियों से अवै’ध वसू’ली, नि’रीक्षण करने आए जे’ल डीआईजी को जा’न से मा’रने की धम’की देने और कैदियों को नियम के खि’लाफ लम्बे समय तक जे’ल अस्प’ताल में रखने जैसे कई‌ आ’रोप लगे थे. 15 मार्च 2015 को छपरा मंडल का’रा के अंदर बार बालाओं को न’चाने के मामले में भी उनके खि’लाफ विभागीय का’र्रवाई हो चुकी है.

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