
MUZAFFARPUR (ARUN KUMAR) : जिला आप’दा प्रबं’धन प्रशाखा मुजफ्फरपुर के तत्वाधान में जिलाधिकारी, मुजफ्फरपुर की अध्यक्षता में संभा’वित बा’ढ़ 2021 की पूर्व तैयारी, तटबं’धों/स्लुइ’स गेटों/नहरों की मर’म्मति व बा’ढ़ निरो’धक कार्यों कार्यों की समी’क्षात्मक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में जल संसाधन विभाग से संबंधित सभी कार्यपालक अभियंता तथा जिला स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे उपस्थित सभी तकनीकी विभागों के कार्यपालक अभियंताओं को निर्देशित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि 15 मई तक त’टबंध से संबंधित क’टाव निरो’धी तथा अन्य कार्यों को हर हाल में पूरा करना सुनि’श्चित किया जाय ताकि बा’ढ़ के समय लोगों को नु’कसान ना झे’लना पड़े। उन्होंने कहा कि तय मा’नकों एवं विशि’ष्टियों के आधार पर कार्य करना सुनि’श्चित करें। उन्होंने जिला स्तरीय वरीय पदाधिकारियों को समय -समय पर तट’बन्धों का निरी’क्षण करने का भी निर्दे’श दिया।

तीन परियो’जनाओं में मर’म्मति व क’टाव निरो’धक कार्य कार्य प्रगति पर
कार्यपालक अभियंता, गंडक नदी द्वारा बताया कि गंडक नदी का प्रवा’ह जिले में माधोपुर हजारी से रामदोली तक पड़ता है जिसकी कुल लंबाई 46 किलोमीटर है। वर्तमान समय में कुल 3 परियो’जनाएं साहबगंज अंचल के रूप छपरा तथा हुससेपुर, पारु अंचल के धरफरी व तिरहुत त’टबंध तथा कल्याणपुर रिंग बांध के टूटे स्थलों की मर’म्मति व क’टाव निरो’धक कार्य किए जा रहे हैं। बा’ढ़ निरो’धक सभी कार्य 15 मई 2021 तक पूर्ण कर लिया जाएगा।

बूढ़ी गंडक के दाएं तटबं’ध पर बा’ढ़ निरो’धक व पुर्नस्था’पना कार्य प्रगति पर
कार्यपालक अभियंता, बूढ़ी गंडक द्वारा बताया गया कि बू’ढ़ी गंडक के दाएं तटबं’ध पर डुमरिया, मोरसंडी मठिया, अंजना कोट, पहाड़ चक, दरधा, नेमोपुर से बलुआ, बिंदा, नरौली, सलहा, मोहम्मदपुर कोठी, कोठियां पर बा’ढ़ निरो’धक व पुर्नस्था’पना का कार्य प्रगति पर है। जबकि बूढ़ी गंडक के बायें तटबं’ध पर पानापुर चक्की, बखरी, पिरखपुर, महेशपुर से टेकरी, रामपुर महिनाथ, गुरदयाल, चांद परना, सलेमपुर, बगाही विजय छपरा पर बा’ढ़ निरो’धक कार्य, क’टाव निरो’धक कार्य व स्लूई’स गेट मर’म्मति कार्य प्रगति पर है।

जमीं’दारी बां’ध पर क’टाव निरो’धक कार्य प्रगति पर
कार्यपालक अभियंता बागमती ने बताया कि बागमती नदी का प्र’भाव जिले के 4 प्रखंडों में है तथा जिले में बागमती नदी का प्रवाह कटोझा पुल से बेनीबाद तक है। वर्तमान में बा’ढ़ निरो’धक तीन कार्य आलमपुर, पाकड़ चौक सिमरी तथा बिशुनपुर में प्रगति पर है। बागमती दाया तथा बाया तटबंध के 6 किमी हेतु परियो’जना स्वी’कृत है परंतु भू अर्जन संबंधी भुग’तान लं’बित रहने व ग्रामीणों के वि’रोध के कारण तटबं’ध का निर्माण नहीं हो पा रहा है। साथ ही, तटबं’ध के दोनों छोर हेतु 22 किमी बांध निर्माण हेतु डीपीआर बना ली गयी है तथा विभागीय स्वी’कृति हेतु गंगा बा’ढ़ नियं’त्रण आयोग को भेजी गई है। उनके द्वारा बताया गया कि अधवारा समूह की नदियों-लखनदेई व अन्य पहाड़ी ना’लों से आने वाली बा’ढ़ की रो’कथाम हेतु जमीं’दारी बां’ध पर क’टाव निरो’धक कार्य संवेद’नशील स्थलों पर किया जा रहा है।

कदाने नदी पर 3 परियो’जनाओं का कार्य प्रगति पर
सहायक अभियंता बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल जल निस्स’रण, मुजफ्फरपुर द्वारा बताया गया कि कदाने नदी पर बाढ़ व क’टाव निरो’धक कुल 3 परियोजनाओं का कार्य प्रगति पर है।साहेबगंज व पारू के जमीं’दारी बांधो की मर’म्मति हेतु विभाग को डीपीआर भेजी गई है। 252 स्लू’ईस गेट में 187 गेट सामान्य स्थिति में कार्यपालक अभियंता, बा’ढ़ नियं’त्रण प्रमंडल, यांत्रिक, मुजफ्फरपुर द्वारा बताया गया कि जिले में प्रवा’हित होने वाली सभी नदियों पर कुल 252 स्लूई’स गेट हैं तथा 187 गेट सामान्य स्थिति में हैं, 62 गेटों की मर’म्मत की जा रही है तथा 06 गेटों पर पुनर्स्था’पना संबंधी कार्य किए जा रहे हैं। सभी कार्य को मई माह में पूरा कर लिया जाएगा।

नगर निगम द्वारा 38 हार्स पावर के 05 पम्प की अधिया’चना
नगर आयुक्त मुजफ्फरपुर द्वारा बताया गया कि कुल 3 स्लु’इस गेट से नगरीय क्षेत्र में एक’त्रित होने वाले जल को बूढ़ी गंडक मे डिस्चा’र्ज किया जाता है। 1 स्लुइस गेट पर स्थाई पम्पहाउस है तथा अन्य 2 स्लूई’स गेटों पर जल संसाधन विभाग से एन ओ सी न मिलने के कारण बा’ढ़ अवधि में पम्प संचा’लन में कठि’नाई होती है। उनके द्वारा बताया कि विभाग से 38 हार्स पावर के 05 पम्प की अधिया’चना की गई है ताकि वाटर डिस्चा’र्ज सुग’मता से हो सके व जल जमा’व की सम’स्या का नि’दान हो सके।

संभा’वित बा’ढ़ से सम्बंधित बैठक में दिए गए अन्य निर्दे’श
बा’ढ़ संवेद’नशील स्थलों को चि’न्हित करते हुए तटबं’धों सुर’क्षा के उपा’य सुनि’श्चित करें. संवेद’नशील स्थलों पर बालू से भरे बोरे का स्टॉक बालू का भंडारण खाली सीमेंट बोरे का भंडा’रण, नायलॉन क्रेट का भंडा’रण, सुर’क्षित स्थ’ल पर करें. बा’ढ़ संघ’र्षत्मक कार्य हेत द’क्ष संवेद’कों की पहचान तथा सूची तैयार कर ले. तटबं’ध की सुर’क्षा के लिए प्रति किलोमीटर एक होमगा’र्ड की तैनाती, मान’सून अव’धि के प्रारंभ से ही करना सुनिश्चित करें. तटबं’ध की स’तत निग’रानी करें तथा मोबाइल एंबु’लेंस को प्रकाश आदि की व्यव’स्था सुनि’श्चित करें. नगरीय क्षेत्र में स्लूई’स गेटों की मरम्म’ति तथा स्थाई पंप हाउस बनाने हेतु नगर निगम, आप’दा प्रबं’धन तथा जल संसा’धन विभाग मिलकर कार्य करें ताकि मान’सून अवधि में नगर वासियों को जलज’माव की सम’स्या से न जू’झना पड़े।















